कब-कब ट्रॉफी जीतने के करीब पहुंचकर टूटा था दक्षिण अफ्रीका का दिल, देखिए 'चोकर्स’ का 33 साल का इतिहास
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के लिए आईसीसी ट्रॉफी जीतना सपने जैसा रहा है। 1998 में पहली बार खिताब जीतने के बाद अफ्रीका की टीम 27 साल बाद ट्रॉफी अपने नाम करने में सफल रही है है लेकिन इस दौरान उसको कई बार मात खानी पड़ी।

दक्षिण अफ्रीका वर्षों की निराशा और करीबी हार की निराशाजनक यादों को पीछे छोड़ते हुए लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। दक्षिण अफ्रीका ने इस तरह तक ‘चोकर्स’ के तमगे को पीछे छोड़ते हुए 27 साल के लंबे अंतराल के बाद आईसीसी के किसी टूर्नामेंट का खिताब जीता। इस टीम ने अपना पिछला आईसीसी खिताब 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में जीता था। दक्षिण अफ्रीका इस खिताब के जश्न में डूबा है लेकिन उसे अतीत में कई मौके पर आईसीसी टूर्नामेंटों में जीत के करीब पहुंच कर हार का सामना करना पड़ा है। पेश है ऐसे मैचों की सूची।
1. 1992 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल
यह परिणाम हालांकि टीम के लिए जज्बे से ज्यादा मौसम की वजह से था। दक्षिण अफ्रीका के लिए प्रमुख मौकों पर फिसलने की शुरुआत सिडनी में हुई। ब्रायन मैकमिलन और डेविड रिचर्डसन क्रीज पर थे और दक्षिण अफ्रीका को सात गेंदों पर 22 रन की जरूरत थी। बारिश ने मैच में खलल डाला और जब खेल फिर से शुरू हुआ तो टीम के सामने एक गेंद पर 22 रन बनाने की चुनौती थी।
2. 1999 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट इतिहास का सबसे खराब दिन। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेमियन फ्लेमिंग द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में उन्हें सिर्फ नौ रन चाहिए थे। लांस क्लूजनर ने पहली दो गेंदों पर चौका जड़ा दिया जिसके बाद टीम को चार गेंद पर एक रन की जरूरत थी। लगातार दो गेंदों पर रन नहीं बने और फिर रन चुराने की कोशिश में आखिरी बल्लेबाज एलन डोनाल्ड रन आउट हो गए।
मैच बराबरी पर रहा और ऑस्ट्रेलिया की टीम ने सुपर सिक्स में प्रोटियाज पर अपनी पिछली जीत के आधार पर फाइनल में प्रवेश किया।
3. 2003 विश्व कप, बाउचर ने की बड़ी गलती
सह-मेजबान दक्षिण अफ्रीका को सुपर सिक्स के दूसरे चरण में प्रवेश करने के लिए डरबन में श्रीलंका पर जीत की आवश्यकता थी। बारिश ने जब खलल डाला तब दक्षिण अफ्रीका का स्कोर छह विकेट पर 229 रन था। यह डकवर्थ लुईस पद्धति बराबर स्कोर था।
अंपायर एस वेंकटराघवन ने जब बारिश के कारण खेल रोकने का फैसला किया तब बाउचर ने मुथैया मुरलीधरन के द्वारा फेंके गये 45वें ओवर की आखिरी गेंद पर कोई रन नहीं लिया। उस समय दोनों टीमों का स्कोर बराबर था और खेल फिर कभी शुरू नहीं हुआ, जिससे दक्षिण अफ्रीका टूर्नामेंट से बाहर हो गया।
4. 2015 विश्व कप न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल
दक्षिण अफ्रीका ने बारिश से प्रभावित 43 ओवर के मैच में 281 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर लिया था। न्यूजीलैंड को आखिरी तीन ओवर में 30 रन की जरूरत थी और ग्रैंट एलियॉट ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए डेल स्टेन की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
5. 2022 T20 विश्व में नीदरलैंड के खिलाफ हार
दक्षिण अफ्रीका को सेमीफाइनल में प्रवेश करने के लिए सिर्फ एक जीत की ज़रूरत थी। एडिलेड में उनका सामना अनुभवहीन नीदरलैंड्स के रूप में एक आसान प्रतिद्वंद्वी से था। लेकिन 159 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम हार गई। नीदरलैंड्स ने दक्षिण अफ्रीका को 145 रनों पर आउट कर टीम को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
6. 2024 टी20 विश्व कप में भारत के खिलाफ फाइनल
जीत के लिए 177 रन का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम 16.1 ओवर में चार विकेट पर 151 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थिति में थी। क्रीज पर हेनरिच क्लासेन और डेविड मिलर जैसे आक्रामक बल्लेबाजों की मौजूदगी में टीम को 26 गेंद में सिर्फ 29 रन चाहिए थे। हार्दिक पांड्या ने क्लासेन को चलता किया जिसके बाद टीम की पारी बिखर गयी। दक्षिण अफ्रीका आठ विकेट 169 रन ही बनाकर इस खिताबी मुकाबले को सात रन से हार गया।