अजिंक्य रहाणे को वीरेंद्र सहवाग ने बैटिंग पोजिशन को लेकर लगाई फटकार, पंत-चेन्नई का दिया उदाहरण
वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व वाली कोलकाता की टीम बैटिंग पोजिशन में बदलाव कर सकती थी, उन्होंने लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत का उदाहरण दिया।

पिछले सीजन आईपीएल का खिताब जीतने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम आईपीएल 2025 में सिर्फ पांच मुकाबले जीत सकी, जबकि सात में उसे हार का सामना करना पड़ा। कप्तान अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में कोलकाता की टीम लगातार जीत हासिल नहीं कर सकी, जिसके कारण वह प्लेऑफ से पहले ही बाहर हो गई। कोलकाता नाइट राइडर्स को अपने आखिरी लीग मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद से 110 रनों करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। इस मैच के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने अजिंक्य रहाणे को टीम से आगे खुद को रखने के लिए फटकार लगाई है।
वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज से कहा, ''ये कहीं नहीं लिखा हुआ है कि कप्तान को टॉप-3 में ही बल्लेबाजी करनी है। पंत को देखिए, वह अपने से आगे खिलाड़ियों को भेज रहा था क्योंकि वे फॉर्म में थे और लखनऊ ने इसका फायदा उठाया। कोलकाता भी यही कर सकता था। ये टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टॉफ की जिम्मेदारी थी, देखिए चेन्नई ने भी गुजरात के खिलाफ यही किया। शिवम दुबे और डेवाल्ड ब्रेविस पहले आए, उन्होंने हाल के मैचों से ये बदलाव किए।''
अंजिक्य रहाणे ने 13 मैचों में 390 रन बनाए। वह कोलकाता के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रहाणे ने ओपनिंग ना करने के अपने फैसला का बचाव किया। रहाणे सैयद मुश्ताक अली में मुंबई के लिए खेलते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, उन्होंने 164 की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ आठ पारियों में 469 रन बनाए। "मैं ओपनिंग करना पसंद करूंगा। मैंने मुश्ताक अली और दूसरे फॉर्मेट में ओपनर के तौर पर अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन यह टीम की जरूरतों पर निर्भर करता है।''
प्ले ऑफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी इन दो टीम के बीच हुए मुकाबले को 110 रन से जीतकर गत उप विजेता सनराइजर्स की टीम 14 मैच में 13 अंक के साथ छठे स्थान पर पहुंच गई। नाइट राइडर्स की टीम 14 मैच में 12 अंक के साथ आठवें स्थान पर है। रहाणे ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मौजूदा सत्र हमारे लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा। हमारे पास मौके थे और मैंने पहले भी कहा था कि उन मुकाबलों के दौरान एक इकाई के रूप में हम अच्छा नहीं खेले।’’