अच्छा हुआ ध्यान नहीं दिया...टीम की किस आदत से खुश हैं कप्तान रोहित शर्मा, जीत के बाद कही यह बात
- Rohit Sharma: भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा अपनी टीम की एक आदत से काफी खुश हैं। रोहित के मुताबिक टीम ने बाहर जो अनुमान लग रहे थे इन पर ध्यान नहीं दिया। इस बात से बहुत फर्क पड़ा।

Rohit Sharma: भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा अपनी टीम की एक आदत से काफी खुश हैं। रोहित के मुताबिक टीम ने बाहर जो अनुमान लग रहे थे इन पर ध्यान नहीं दिया। इस बात से बहुत फर्क पड़ा। बता दें कि भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के कुछ देर बाद जश्न का दौर शुरू हो गया। कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने स्टंप पकड़कर अचानक डांडिया शुरू कर दिया। वहीं, मुख्य कोच गौतम गंभीर पूरे मैदान पर घूमते हुए अपने खिलाड़ियों को गले लगा रहे थे। किसी बड़े टूर्नामेंट में जीत हासिल करने के बाद इस तरह के दृश्य आम होते हैं लेकिन यहां इसके कुछ गहरे अर्थ भी थे।
आलोचकों के निशाने पर थी तिकड़ी
पिछले कुछ महीनो में टीम के अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण रोहित, कोहली और गंभीर आलोचकों के निशाने पर थे। आलोचना करना सही है लेकिन कुछ खास लोगों को निशाना बनाना सही नहीं कहा जा सकता है। चैंपियंस ट्रॉफी में मिली जीत से इन तीनों को नया जीवन मिला है। इससे इन तीनों का ही नहीं टीम का भविष्य का रास्ता भी काफी हद तक स्पष्ट हो गया है। टीम ने प्रक्रिया पर ध्यान दिया और अब परिणाम सबके सामने है। रोहित ने रविवार की रात को ट्रॉफी जीतने के बाद यह बात कही भी। उन्होंने कहाकि कोई मुझसे कह रहा था कि आईसीसी की पिछली तीन प्रतियोगिताओं में हमने केवल एक मैच गंवाया। यह बड़ी उपलब्धि है। इससे पता चलता है कि यह टीम कितनी अच्छी है। टीम में काफी गहराई है और खिलाड़ियों के बीच आपस में बहुत अच्छी समझ है।
हमने बस खेल पर ध्यान दिया
भारतीय कप्तान ने कहाकि मजबूत इरादों के कारण टीम बाहर से बन रहे दबाव से निपटने में सफल रही। उन्होंने कहाकि बाहर से बहुत अधिक दबाव था। अगर टीम एक मैच हार जाती तो फिर कई तरह की अटकलें लगाई जाती। लेकिन हमारे खिलाड़ी इससे अच्छी तरह निपटे और उन्होंने इसे दरकिनार करके केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया। रोहित 30 और 40 रन के अपने स्कोर को बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे थे। इसके चलते उनकी काफी आलोचना हो रही थी। इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में 76 रन की मैच विजेता पारी खेल कर आलोचकों को करारा जवाब दिया।
रन नहीं, नतीजा रखता है मायने
रोहित ने कहाकि भारत का प्रतिनिधित्व करना कोई मजाक नहीं है। हर कोई बहुत ईमानदारी के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहता है। मैंने 2019 विश्व कप में बहुत योगदान दिया, लेकिन हम जीत नहीं पाए। इसलिए, यह मजेदार नहीं था। भले ही आप 30 या 40 रन बनाते हैं और मैच जीतते हैं तो आपको अधिक संतुष्टि और खुशी मिलती है। रोहित ने कहाकि इसलिए मेरा मानना है कि मेरे लिए कुछ करना और टीम को सहज स्थिति में लाना अधिक महत्वपूर्ण है।
पांच स्पिनर चुनने पर हुई थी आलोचना
भारतीय टीम को हालांकि इस मुकाम पर पहुंचने से पहले रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और वॉशिंगटन सुंदर के रूप में पांच स्पिनर चुनने के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इनमें से पहले चार को खेलने का मौका मिला और उन्होंने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। रोहित ने कहाकि हम जानते थे कि परिस्थितियां काफी मुश्किल होंगी। लेकिन हमने इनसे अच्छी तरह से सामंजस्य बिठाया। हम अधिक तेज गेंदबाजों के बजाय अधिक स्पिनर के साथ उतरे।
भारतीय कप्तान ने कहा कि टीम ने बाहर की बातों पर ध्यान न देकर इन परिस्थितियों का उपयोग अपने फायदे के लिए करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहाकि हमने यहां आने से पहले इस पर गौर किया कि इन विकेट का कितना उपयोग किया गया है। मैं जानता था कि धीमी गति के गेंदबाजों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इसलिए हम इस आधार पर टीम का चयन करना चाहते थे।