कहीं आप के फोन में ये ऐप्स मौजूद तो नहीं? समय रहते पता लगाना और डिलीट करना जरूरी Here is how you can find fraud apps and why you should delete them from your phone, Gadgets Hindi News - Hindustan
Hindi Newsगैजेट्स न्यूज़Here is how you can find fraud apps and why you should delete them from your phone

कहीं आप के फोन में ये ऐप्स मौजूद तो नहीं? समय रहते पता लगाना और डिलीट करना जरूरी

स्मार्टफोन्स में ऐप्स की मदद से जरूरी काम होते हैं और इन दिनों कई फ्रॉड ऐप्स यूजर्स को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। यूजर्स को अपने फोन में मौजूद फ्रॉड ऐप्स का पता लगाकर उन्हें डिलीट करना चाहिए।

Pranesh Tiwari लाइव हिन्दुस्तानFri, 4 April 2025 04:58 PM
share Share
Follow Us on
कहीं आप के फोन में ये ऐप्स मौजूद तो नहीं? समय रहते पता लगाना और डिलीट करना जरूरी

हम सभी स्मार्टफोन्स से घिरे हुए हैं और अब ढेर सारे काम उनमें मौजूद ऐप्स के जरिए हो जाते हैं। ऐसे में अगर आपके फोन में कुछ ऐसे ऐप्स मौजूद हों, जो चोरी-छुपे आपको नुकसान पहुंचा रहे हैं तो खतरा बड़ा हो जाता है। इन दिनों कई ऐप्स के बारे में जानकारी सामने आई है और ये एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं। ये ऐप्स किसी असली प्लेटफॉर्म की नकली कॉपी हैं और यूजर्स की जानकारी चोरी कर सकते हैं।

कई यूजर्स को पता तक नहीं चलता कि उनके फोन में कोई फ्रॉड ऐप मौजूद है। ऐसे ऐप्स कई बार किसी इनाम का लालच देकर यूजर्स से रजिस्ट्रेशन कराते हैं और उनकी बैंकिंग जानकारी चोरी कर सकते हैं। आइए आपको बताएं कि फ्रॉड ऐप्स की पहचान कैसे की जा सकती है और इनसे छुटकारा कैसे पाना चाहिए। मालवेयर वाले इन ऐप्स को आपका पर्सनल और फाइनेशनलयल डाटा चुराने के लिए डिजाइन किया गया है, इसलिए इनका फोन में रहना खतरे से खाली नहीं।

ये भी पढ़ें:गर्मी से खराब हो सकता है आपका स्मार्टफोन, इन टिप्स के साथ करें एक्सट्रा केयर

ऐसे काम करते हैं फ्रॉड करने वाले ऐप्स

फेक ऐप्स यूजर्स को आकर्षित करने के लिए अक्सर रिवॉर्ड पॉइंट्स देने और गिफ्ट्स के लालच देते हैं। एक बार इन्हें लॉन्च करने के बाद यूजर्स से ऐप में रजिस्ट्रेशन करने को कहा जाता है और इस सेंसिटिव जानकारी का गलत इस्तेमाल किया जाता है। ये ऐप्स दरअसल असली ऐप्स की नकल करते हैं और एकदम उनके जैसा इंटरफेस ही दिखाते हैं। इस तरह यूजर्स के लिए असली और नकली ऐप में फर्क करना मुश्किल हो जाता है।

इस तरह कर सकते हैं फेक ऐप्स की पहचान

अगर आप ऐप्स को ध्यान से देखें और उनके फंक्शंस समझने की कोशिश करें तो इनकी पहचान की जा सकती है। ये ऐप्स इंस्टॉलेशन के दौरान आपके ऐसी परमिशंस मांगते हैं, जिनकी इन्हें जरूरत नहीं है। उदाहरण के लिए किसी कैल्कुलेटर ऐप को कॉन्टैक्ट्स या कॉल लॉग ऐक्सेस करने की परमिशन नहीं मांगनी चाहिए। ऐसे में कोई ऐप बेवजह SMS, कॉल लॉग या डाटा ऐक्सेस मांगे तो अलर्ट हो जाएं।

ये भी पढ़ें:AI के जरिए बन रहा है फेक आधार कार्ड, ChatGPT को लेकर नए खुलासे ने बढ़ाई परेशानी

साथ ही ऐसे ऐप्स फेक हो सकते हैं जिन्हें किसी थर्ड-पार्टी ऐप या वेबसाइट से डाउनलोड किया गया है। इसके अलावा अगर कोई ऐप डिफॉल्ट SMS या कॉल सेटिंग्स से बदलाव करे तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।