'ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो'; अहमदाबाद विमान हादसे के बाद कैसा था मंजर
अहमदाबाद विमान हादसे में 265 लोगों की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह हादसा किसी भूकंप जैसा था। दुर्घटना की तेज आवाज सुनने के बाद, आसपास के लोग भी यहां इकट्ठे हो गए।

अहमदाबाद विमान हादसे में 265 लोगों की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। शवों के बुरी तरह से झुलस जाने की वजह से मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह हादसा किसी भूकंप जैसा था। दुर्घटना की तेज आवाज सुनने के बाद, आसपास के लोग भी यहां इकट्ठे हो गए।
पास की एक सोसाइटी में रहने वाले सुरेश गुज्जर नाम के व्यक्ति ने एएनआई से बात करते हुए बताया कि हादसे के तुरंत बाद 5 मिनट के अंदर स्थानीय लोग तुरंत दौड़कर मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई। कल से अब तक सभी काम पर लगे हुए हैं। हमारा घर पास में ही है, 1:40 पर यह हादसा हुआ था और 10 मिनट में के अंदर 1:50 पर हम यहां देखने आ गए थे। उन्होंने बताया कि जब हादसा हुआ, तो ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो। हम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। दुर्घटना की तेज आवाज सुनने के बाद, आसपास के लोग भी यहां इकट्ठे हो गए।
जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई171) विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यहां एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 265 लोग मारे गए। विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे। वहीं, विश्वाश कुमार रमेश नामक चमत्कारिक रूप से बच गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मरने वालों में चार एमबीबीएस छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी शामिल है।
एयर इंडिया के मुताबिक, विमान में सवार 230 यात्रियों में से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक थे। विमान में सवार अन्य 12 लोगों में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य थे।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में कार्यरत डॉ. शरीक एम ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि हादसे में जीवित बचे रमेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह अपने भाई के साथ लंदन जा रहा था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान का तापमान ईंधन जलने के कारण इतना अधिक था कि किसी को बचा पाने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी। शाह ने कहा कि विमान के अंदर 1.25 लाख लीटर ईंधन था। विमान गर्म हो गया था, इसलिए किसी को भी बचाने की गुंजाइश नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के बाद पूरा देश गहरे सदमे में है। शाह ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि अधिकारी मृतकों की संख्या डीएनए जांच और पीड़ितों की पहचान के बाद आधिकारिक तौर पर जारी करेंगे। शाह ने कहा कि अच्छी खबर यह है कि दुर्घटना में एक व्यक्ति बच गया है और मैं उससे मिलने के बाद यहां आया हूं।
उन्होंने कहा कि विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों से डीएनए नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला और गुजरात में राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय पीड़ितों के डीएनए की जांच करेंगे।
(भाषा के इनपुट के साथ)
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