लक्ष्मीपुर में नहीं है पार्क की व्यवस्था, बच्चों और बुजुर्गों को होती है परेशानी
लक्ष्मीपुर, जमुई जिला का एक पुराना प्रखंड है, जहां विकास के नाम पर नेताओं ने शोषण किया है। पार्क की कमी से बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी होती है। वर्षों पहले चिल्ड्रन पार्क के लिए स्थान चिन्हित किया...

लक्ष्मीपुर । निज संवाददाता लक्ष्मीपुर जमुई जिला का सबसे पुराना प्रखंड है। जिसे खंडित करते हुए दो अलग प्रखंड प्रखंड बनाया गया। जो बरहट और गिद्धौर प्रखंड के नाम से जाना जाता है। क्षेत्रीय नेताओं ने विकास के नाम पर लक्ष्मीपुर प्रखंड का शोषण किया। लेकिन बदले में लक्ष्मीपुर को आज की तिथि में कुछ मिला नहीं। उदाहरण के रूप में देखें तो लक्ष्मीपुर में पार्क की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानी होती है। पार्क नहीं रहने से बुजुर्ग सड़क किनारे रुख करते हैं। बुजुर्गों में पुरुष के साथ महिलाएं भी शामिल रहती है। जो जोखिम भरा होने के साथ हादसे की आशंका बनी रहती है।
बच्चे लोग खेत खलिहानों में अपना घूमने और खेलने का जगह बनाते हैं। वैसे लक्ष्मीपुर चौंक पर चिल्ड्रन पार्क के लिए वर्षों पूर्व से स्थल चिन्हित है, जो अतिक्रमण का शिकार हो गया। जिसमें बाजार के कूड़े कचरे फेंके जाते हैं। कई बार चिल्ड्रन पार्क की जमीन को स्थानीय प्रशासन द्वारा मुक्त कराने का प्रयास किया गया। लेकिन संभव नहीं हो सका। जानकारी के अनुसार वो जमीन लक्ष्मीपुर के ही किसी परिवार द्वारा दान स्वरूप दिया गया था। मनरेगा द्वारा लक्ष्मीपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में एक पार्क बनाने की कवायद शुरू हुआ। लेकिन योजना किसी कारणवश ठंडे बस्ते में पड़ा है। प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में जमीन की कमी नहीं है। वैसे खाली पड़े जमीन पर अत्याधुनिक पार्क का निर्माण किया जा सकता है। संपर्क करने पर अंचलाधिकारी रविकांत ने कहा कि चिल्ड्रन पार्क की जमीन का मामला आपके द्वारा संज्ञान में आया है। उसका जांच कराते हैं।
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