ट्रंप के टैरिफ का हॉलीवुड फिल्मों से बदला लेगा चीन, उठाया बड़ा कदम; कितना होगा नुकसान?
- चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फिल्म बाजार है। उसने यह कदम ट्रंप प्रशासन द्वारा चीनी आयात पर 145 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ाने के प्रत्यक्ष जवाब के रूप में उठाया है।

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध का असर अब सांस्कृतिक मोर्चे पर भी दिखने लगा है। चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी उत्पादों पर लगाए गए भारी टैरिफ के जवाब में हॉलीवुड फिल्मों की रिलीज को "मध्यम रूप से कम" करने की घोषणा की है। चीन की राष्ट्रीय फिल्म प्रशासन (एनएफए) ने गुरुवार को इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिकी सरकार का टैरिफ बढ़ाने का "गलत कदम" चीनी दर्शकों के बीच अमेरिकी फिल्मों के प्रति रुचि को और कम करेगा।
चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फिल्म बाजार है। उसने यह कदम ट्रंप प्रशासन द्वारा चीनी आयात पर 145 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ाने के प्रत्यक्ष जवाब के रूप में उठाया है। एनएफए ने अपने बयान में कहा, "हम बाजार के नियमों का पालन करेंगे, दर्शकों की पसंद का सम्मान करेंगे और अमेरिकी फिल्मों की संख्या को कम करेंगे।" कुछ लोग पहले से ही ये अनुमान लगा रहे थे कि चीन ट्रंप के टैरिफ के जवाब में हॉलीवुड को निशाना बना सकता है। चीन फिलहाल हर साल केवल 10 हॉलीवुड फिल्मों को अपनी सीमाओं में रिलीज की इजाजत देता है। कभी यह बाजार अमेरिकी फिल्म उद्योग के लिए बड़ा मुनाफे का जरिया माना जाता था।
हॉलीवुड के लिए बड़ा झटका
हालांकि हाल के वर्षों में चीन में हॉलीवुड फिल्मों की लोकप्रियता में गिरावट आई है। लेखक क्रिस फेंटन, जिनकी किताब 'फीडिंग द ड्रैगन' अमेरिकी व्यापार और संस्कृति पर केंद्रित है। इसके अनुसार, अब हॉलीवुड फिल्मों का चीनी बॉक्स ऑफिस पर हिस्सा सिर्फ 5 प्रतिशत रह गया है। फेंटन ने रॉयटर्स से कहा, “हॉलीवुड को इस तरह सार्वजनिक रूप से सजा देना बीजिंग का ताकत दिखाने वाला एक प्रतीकात्मक कदम है, जिसे वॉशिंगटन नज़रअंदाज नहीं कर पाएगा।” अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चीन के इस फैसले का असर आने वाले बड़े हॉलीवुड प्रोजेक्ट्स पर किस तरह पड़ता है। इनमें पैरामाउंट की "मिशन इम्पॉसिबल – द फाइनल रेकनिंग", वार्नर ब्रदर्स की नई "सुपरमैन" फिल्म, और मार्वल की "द फैंटास्टिक फोर" की नई रीमेक जैसी फिल्में शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की हॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियां आलोचना कर चुकी हैं।
हॉलीवुड के लिए जरूरी है चीनी बाजार?
हॉलीवुड के लिए चीन का बाजार हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है। पिछले कुछ वर्षों में 'एवेंजर्स: एंडगेम', 'फास्ट एंड फ्यूरियस' और 'अवतार: द वे ऑफ वॉटर' जैसी फिल्मों ने चीनी सिनेमाघरों में सैकड़ों मिलियन डॉलर की कमाई की थी। हालांकि, हाल के वर्षों में चीनी दर्शकों का रुझान स्थानीय फिल्मों, जैसे कि एनिमेटेड ब्लॉकबस्टर 'Ne Zha 2' की ओर बढ़ा है, जिसने 2025 में 2.1 बिलियन डॉलर की कमाई कर विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एनिमेटेड फिल्म का रिकॉर्ड बनाया।
2024 में, अमेरिकी फिल्मों ने चीन में लगभग 585 मिलियन डॉलर की कमाई की, जो चीन के कुल 17.71 बिलियन डॉलर के बॉक्स ऑफिस का लगभग 3.5 प्रतिशत है। इस कमी के बावजूद, हॉलीवुड के लिए चीन का बाजार अभी भी एक महत्वपूर्ण आय स्रोत है। एनएफए के इस फैसले से कई बहुप्रतीक्षित फिल्मों, जैसे कि पैरामाउंट की 'मिशन इम्पॉसिबल – द फाइनल रेकनिंग', वार्नर ब्रदर्स की 'सुपरमैन' और मार्वल की 'द फैंटास्टिक फोर' की रिलीज पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को एक कैबिनेट बैठक में हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, "मुझे लगता है कि मैंने इससे भी बदतर चीजें सुनी हैं।" ट्रंप ने इस कदम को गंभीरता से लेने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि चीन ने लंबे समय तक अमेरिका का व्यापारिक लाभ उठाया है और वह केवल "टेबल को रीसेट" कर रहे हैं।
चीन का बदलता फिल्म बाजार
पिछले कुछ वर्षों में, चीन का फिल्म बाजार तेजी से बदल गया है। जहां पहले हॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्में चीनी सिनेमाघरों में हावी रहती थीं, वहीं अब स्थानीय फिल्में दर्शकों की पहली पसंद बन रही हैं। 'ने झा 2' जैसी फिल्मों की अपार सफलता ने यह साबित कर दिया है कि चीनी फिल्म उद्योग अब वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम है। इसके अलावा, हॉलीवुड स्टूडियो को चीन में टिकट बिक्री का केवल 25 प्रतिशत हिस्सा मिलता है, जबकि अन्य बाजारों में यह हिस्सा दोगुना होता है।
वैश्विक व्यापार युद्ध का नया मोर्चा
चीन का यह कदम अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध में एक नया मोर्चा खोलता है। ट्रंप ने बुधवार को चीन पर टैरिफ को 125 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी सामानों पर 84 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की। दोनों देशों के बीच यह तनातनी न केवल व्यापार, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी प्रभावित कर रही है।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का यह कदम अधिक प्रतीकात्मक हो सकता है। एक उद्योग विश्लेषक ने कहा, "हॉलीवुड की फिल्में अब चीन के बॉक्स ऑफिस का केवल 5 प्रतिशत हिस्सा हैं। यह एक हाई-प्रोफाइल जवाबी कार्रवाई है, जिसका चीन की अर्थव्यवस्था पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा।"
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