कैसे डोनाल्ड ट्रंप के दावे उन्हीं पर पड़ रहे भारी! पहले पुतिन अब ईरान ने दे दिया झटका
पहले रूस और अब ईरान पर ट्रंप के दावों के विपरीत परिणाम निकल रहे हैं। विशेषज्ञ इसे उनकी विदेश नीति की बड़ी विफलता बता रहे हैं। ईरान ने अमेरिका संग परमाणु वार्ता पर ट्रंप को झटका दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार दावा किया है कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को यूक्रेन विवाद को सुलझाने के लिए राजी कर लिया है। ट्रंप ने कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध जल्द खत्म होगा और पुतिन उनकी बात मान चुके हैं। लेकिन इसके उलट रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है, जिससे ट्रंप के दावों को जोरदार झटका लगा है। अब ट्रंप को दूसरा झटका ईरान से लगा है।
ईरान ने भी अमेरिका को बड़ा झटका दिया है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ कहा है कि वह अपने यूरेनियम संवर्धन को अस्थायी रूप से रोकने पर विचार नहीं करेगा, जो अमेरिका के साथ परमाणु समझौते की एक महत्वपूर्ण शर्त मानी जा रही थी। ईरान ने यह भी कहा कि अगर अमेरिका ईरान के परमाणु अधिकारों को सीमित करने की कोशिश करता है, तो वार्ता बेकार होगी।
ट्रंप ने क्या कहा था
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर वर्षों पुराने तनाव को सुलझाने के लिए वार्ताएं चल रही हैं। दोनों ही पक्ष सार्वजनिक मंचों पर इस मुद्दे पर कड़े रुख के साथ सामने आ रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि ईरानी प्रतिनिधिमंडल के साथ "बहुत अच्छे" संवाद हुए हैं। अमेरिका ने इस बीच ईरान के साथ छह राउंड की बातचीत के बाद भी कोई नई तारीख तय नहीं की है। ईरान का कहना है कि वह अमेरिका से यदि सच्ची नीयत मिले तो वार्ता में सकारात्मक है, अन्यथा वह अपने अधिकारों से पीछे नहीं हटेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और ईरान दोनों ही अमेरिका के दबाव के खिलाफ सख्त रुख अपना रहे हैं, जो वैश्विक सुरक्षा और राजनयिक स्तर पर अमेरिका के लिए बड़ी चुनौती है। रूस का यूक्रेन पर व्यापक हमला और ईरान का परमाणु संवर्धन जारी रखना ट्रंप की विदेश नीति के दावों के विपरीत है।
पुतिन की हरकत पर भड़के ट्रंप
रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्षविराम वार्ता के बीच रूस ने यूक्रेनी शहरों पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें 367 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं। इन हमलों में अब तक 12 लोगों के मरने की खबर है। इस हमले पर ट्रंप ने कड़ी नाराजगी जताई और पुतिन की नीतियों की कड़ी आलोचना की। ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से खुश नहीं हैं और नहीं समझ पाते कि वह अचानक इस तरह के हमले क्यों कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे पुतिन को लंबे समय से जानते हैं और पहले उनके संबंध ठीक थे, लेकिन अब पुतिन शहरों पर रॉकेट फेंक रहे हैं और आम लोगों को मार रहे हैं, जो उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं है। ट्रंप ने यह भी कहा कि जब वे रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की कोशिश कर रहे थे, उसी दौरान रूस ने कई शहरों पर हमला किया, जो सही नहीं है और इससे साफ पता चलता है कि पुतिन के साथ कुछ गड़बड़ है।
ट्रंप के हवा-हवाई दावे
यह सब ट्रंप की विदेश नीति की बड़ी सफलता बताने वाली बातों पर प्रश्नचिह्न लगाता है और अमेरिकी प्रशासन के लिए मुश्किलें बढ़ाता है। अब देखना होगा कि ट्रंप प्रशासन इस स्थिति को कैसे संभालता है और वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य में क्या बदलाव आते हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।