भारत समेत 3 देशों से टैरिफ पर डील को बेताब हैं ट्रंप, कोरियाई राष्ट्रपति का दावा; ये भी बताया क्यों
- साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ने दावा किया कि ट्रंप भारत, जापान और दक्षिण कोरिया की व्यापार नीतियों से संतुष्ट हैं, इसलिए वे अपने अधिकारियों से इन देशों से टैरिफ पर डील करने को बेताब हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 100 से अधिक देशों पर टैरिफ बम फोड़ चुके हैं और साफ कर चुके हैं कि स्मार्टफोन, सेमीकंडक्टर्स और कंप्यूटर जैसे हाई-टेक प्रोडक्ट्स पर छूट अस्थायी है। फौरी राहत ये है कि भारत समेत कई देशों में टैरिफ पर अभी 90 दिनों की रोक है। इस बीच साउथ कोरिया के कार्यवाहक प्रेजिडेंट हान डक-सू ने ट्रंप को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि ट्रंप भारत, जापान और साउथ कोरिया से टैरिफ पर नई डील को बेताब हैं, इसलिए उन्होंने अपनी टीम से तुरंत बातचीत करने के निर्देश दिए हैं।
यह बयान हान ने सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रमुख व्यापारिक नेताओं के साथ एक बैठक के दौरान दिया। हान ने बताया कि बीते सप्ताह ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत हुई थी, जिसके बाद यह निर्णय सामने आया।
टैरिफ डील क्यों चाहते हैं ट्रंप
उन्होंने कहा, "हमने अमेरिका के पारस्परिक टैरिफ नीति के कार्यान्वयन और किन विषयों पर अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच वार्ता होगी, इस पर चर्चा की। राष्ट्रपति ट्रंप इस चर्चा से संतुष्ट दिखे और उन्होंने माना कि अमेरिका भारत, जापान और साउथ कोरिया से टैरिफ पर डील कर सकता है, इसलिए यूएस राष्ट्रपति ने अपने सहयोगियों को इन देशों से तत्काल बातचीत शुरू करने के निर्देश दिए हैं।"
हान ने यह भी बताया कि दक्षिण कोरिया जल्द ही उद्योग मंत्री आन डुक-ग्यून के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका भेजने की तैयारी कर रहा है, जो सभी प्रमुख क्षेत्रों में बातचीत शुरू करेगा। उन्होंने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो मैं राष्ट्रपति ट्रंप से सीधे बात करूंगा ताकि किसी समाधान पर पहुंचा जा सके।”
इसके अलावा, हान ने जानकारी दी कि अलास्का में चल रही एक LNG सहयोग परियोजना को लेकर दोनों देशों के बीच एक वीडियो कॉन्फ्रेंस एक-दो दिनों में हो सकती है। उन्होंने भरोसा जताया कि राष्ट्रपति ट्रंप अच्छी भावना के साथ बातचीत को लेकर दक्षिण कोरिया की प्रतिबद्धता से सहमत हैं।
चीन और अमेरिका में व्यापार युद्ध
दूसरी तरफ अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अमेरिका चीन पर 145 फीसदी तो जवाब में चीन भी अमेरिकी उत्पादों पर 125 प्रतिशत का टैरिफ लगा चुका है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में कहा कि इस तरह के कार्यों से कोई विजेता नहीं बन जाएगा। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि चीन ने अमेरिकी टैरिफ की काट ढूंढ ली है और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों को अमेरिका के खिलाफ बरगला रहा है। इस घटनाक्रम से एशिया व्यापारिक युद्ध का नया मैदान बन सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।