116 सालों में पहली बार, अमेरिकी राष्ट्रपति को नहीं मिला इस सम्मेलन का न्योता; क्या वजह?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 116 सालों में पहले राष्ट्रपति हैं जिन्हें NAACP सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया गया है। यही नहीं इस संगठन ने ट्रंप के खिलाफ कई मुकदमे भी दायर किए हैं। NAACP के इस कदम की चर्चा हो रही है।

नस्लीय भेदभाव के खिलाफ काम करने वाले अमेरिका के सबसे बड़े संगठन NAACP ने सोमवार को घोषणा की कि समूह इस साल अपने सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप को नहीं बुलाएगा। इसके साथ ही यह 116 सालों में पहली बार होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति इस सम्मेलन का हिस्सा नहीं होंगे। समूह ने बताया है कि वह अगले महीने नॉर्थ कैरोलिना के शार्लोट में होने वाले अपने राष्ट्रीय सम्मेलन में ट्रंप को आमंत्रित नहीं करेगा।
NAACP के अध्यक्ष डेरिक जॉनसन ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की है। इस दौरान उन्होंने ट्रंप पर मिशन के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। जॉनसन ने एक बयान में कहा, "हमारे संगठन का राजनीतिक पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। हमारा मिशन लोगों के अधिकारों के लिए काम करता है। लेकिन वर्तमान राष्ट्रपति ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका उद्देश्य नागरिक अधिकारों को खत्म करना है।"
NAACP का क्या है उद्देश्य?
गौरतलब है कि नेशनल एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ कलर्ड पीपल" (National Association for the Advancement of Colored People) एक अमेरिकी नागरिक अधिकार संगठन है। इसकी स्थापना 1909 में हुई थी। संगठन का उद्देश्य अफ्रीकी अमेरिकियों के साथ निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित करना और नस्लीय भेदभाव को खत्म करना है।
ट्रंप के खिलाफ मुकदमे
हाल के महीनों में NAACP ने ट्रंप के खिलाफ कई मुकदमे दायर किए हैं। समूह ने शिक्षा विभाग पर स्कूलों के लिए फंड रोकने से रोकने के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। समूह ने कहा है कि मौजूदा ट्रंप सरकार अश्वेत छात्रों को समान अवसर नहीं दे रही है।
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