एक और 9/11 के लिए तैयार रहें, मीरा नायर के मेयर उम्मीदवार बेटे पर ट्रंप की करीबी का बड़ा हमला
लॉरा लूमर ने न्यूयॉर्क मेयर उम्मीदवार जोहरान ममदानी पर हमास समर्थक कहकर विवादास्पद हमला बोला, चेतावनी दी कि उनके मेयर बनने से एक और 9/11 हो सकता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करीबी और दक्षिणपंथी कार्यकर्ता लॉरा लूमर ने न्यूयॉर्क के मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी पर तीखा हमला बोला है। ममदानी भारतीय फिल्म निर्माता मीरा नायर के बेटे हैं। लूमर ने उनको "हमास समर्थक मुस्लिम समाजवादी" करार देते हुए चेतावनी दी कि उनके मेयर बनने से "एक और 9/11" हो सकता है। इस बयान ने सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं बटोरी हैं।
लूमर का हमला
लॉरा लूमर अपनी भड़काऊ बयानबाजी के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने 30 मई को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ममदानी पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, "न्यूयॉर्क शहर का अगला मेयर एक हमास समर्थक मुस्लिम समाजवादी होने जा रहा है। एक और 9/11 के लिए तैयार रहें।"
33 वर्षीय जोहरान ममदानी वर्तमान में क्वींस से न्यूयॉर्क राज्य असेंबली के सदस्य हैं। वे एक प्रगतिशील और डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट नेता के तौर पर उभर रहे हैं, जिनकी लोकप्रियता युवाओं और प्रवासी समुदायों के बीच तेजी से बढ़ रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, ममदानी ने हाल ही में फंडिंग और जन समर्थन में बड़ी छलांग लगाई है। उनका चुनावी एजेंडा किराए में स्थिरता, मुफ्त बस सेवा और जीवन-यापन की लागत कम करने जैसे मुद्दों पर केंद्रित है।
हालांकि, हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर दिए गए उनके बयान को लेकर भारतीय-अमेरिकी समुदाय में नाराजगी देखी गई। जब उनसे पूछा गया कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में रैली करें और प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाएं, तो क्या वे उसमें शामिल होंगे, तो ममदानी ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे शामिल नहीं होंगे।
इस पर न्यूयॉर्क राज्य की पहली हिंदू-अमेरिकी असेंबली सदस्य जेनिफर राजकुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी। न्यूयॉर्क पोस्ट से बात करते हुए उन्होंने कहा, "जब न्यूयॉर्कवासी अपराध, आवास संकट और बढ़ती नफरत जैसी वास्तविक समस्याओं से जूझ रहे हैं, तब हमें विदेशी नेताओं पर कटु बयानबाजी से ध्यान भटकाने की जरूरत नहीं है। हिंदू मतदाता चाहते हैं कि हमारे नेता पुल बनाएं, दीवारें नहीं।"
मानवाधिकार वकील जसप्रीत सिंह ने भी ममदानी की आलोचना करते हुए कहा, "जोहरान ने अपने मंच का उपयोग हिंदू-विरोधी बयान देने के लिए किया है। शब्दों का असर होता है। वे धर्म के आधार पर हमें बांटना चाहते हैं- मुस्लिमों और हिंदुओं के बीच दीवार खड़ी कर रहे हैं।"
इन आलोचनाओं के बावजूद ममदानी का चुनाव अभियान कई ऐसे मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है, जो अब तक राजनीतिक प्रक्रिया से दूर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ममदानी की मुस्लिम समुदाय तक सीधी पहुंच- जिनमें से 3.5 लाख से ज़्यादा पंजीकृत मतदाता हैं, उनके लिए निर्णायक साबित हो सकती है।
हाल ही में ब्रोंक्स स्थित एमएएस मुस्लिम सेंटर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममदानी ने कहा, "इस 24 जून को होने वाले डेमोक्रेटिक प्राइमरी में हम दुनिया को बता सकते हैं कि मुस्लिम सिर्फ न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले नागरिक नहीं हैं, बल्कि सिटी हॉल तक हमारी पहुंच बन सकती है।"
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