गाजा में जिंदा निकला हमास का टॉप कमांडर फैयाद, इजरायल कर रहा था मारने का दावा
- 19 जनवरी, 2025 को लागू हुए संघर्षविराम के बाद गाजा की सड़कों पर हमास के लड़ाकों की वापसी इजरायल के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखी जा रही है।

गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष के बीच इजरायल के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल गाजा में हमास का एक टॉप कमांडर खुलेआम देखा गया जिसको लेकर इजरायल का दावा था कि उसे मार दिया गया है। हाल ही में लागू किए गए संघर्षविराम के बीच, हमास के टॉप सीनियर कमांडर हुसैन फैयाद की वापसी ने इजरायल के लिए नई चिंताओं को जन्म दिया है। इजरायली सेना ने फैयाद के मारे जाने का दावा किया था, लेकिन वह हाल ही में एक वीडियो में सामने आया और उसने कहा कि हमास इस संघर्ष में विजयी हुआ है।
हमास की संचालन क्षमता पर सवाल
फैयाद हमास के "बेत हनून बटालियन" से जुड़ा है। उस पर इजरायल ने टैंक रोधी मिसाइल और रॉकेट हमलों का आरोप लगाया था। इजरायली सेना (आईडीएफ) ने पहले दावा किया था कि वह हमास के हजारों सदस्यों के साथ मारा गया था। हालांकि, उसकी हालिया उपस्थिति ने न केवल इजरायल की सैन्य रणनीतियों पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि हमास की लगातार बनी हुई संचालन क्षमता को भी उजागर किया है। तेल अवीव विश्वविद्यालय के डयन सेंटर के वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ. माइकल मिल्स्टीन ने "द जेरूसलम पोस्ट" को बताया कि गाजा में हमास की प्रशासनिक पकड़ को चुनौती देने वाला कोई अन्य समूह नहीं है। इस स्थिति में फैयाद जैसे लोग संगठन को मजबूत बनाए रखेंगे।
संघर्षविराम और भविष्य की चुनौतियां
19 जनवरी, 2025 को लागू हुए संघर्षविराम के बाद गाजा की सड़कों पर हमास के लड़ाकों की वापसी इजरायल के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखी जा रही है। विश्लेषकों का मानना है कि फैयाद का वीडियो हमास के लड़ाकों के साहस और उनकी लड़ने की क्षमता की कहानी बयां करता है।
अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ संघर्ष
इस संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर, 2023 को हुई, जब हमास ने इजरायल पर हमला कर 1,200 से अधिक इजरायली नागरिकों की हत्या की और कई को बंधक बना लिया। इसके बाद इजरायल ने हमास के ढांचे और नेतृत्व को नष्ट करने के लिए बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया। आईडीएफ ने हमास के कई प्रमुख नेताओं, जिनमें अब्द अल-हादी सबाह भी शामिल है, उनको मार गिराने का दावा किया। हालांकि, फैयाद की वापसी ने इन अभियानों की सफलता और गाजा में इजरायल की दीर्घकालिक रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञ मानते हैं कि भले ही हमास को इस संघर्ष में भारी नुकसान हुआ हो, लेकिन संगठन ने अपनी जमीनी पकड़ और संचालन क्षमता को बनाए रखा है। इजरायली सेना का अनुमान है कि 20,000 से अधिक हमास सदस्य मारे गए, लेकिन इसके बावजूद हमास गाजा पर अपनी पकड़ बनाए हुए है। फैयाद का पुनः प्रकट होना इस बात का प्रतीक है कि इजरायल की हमास को खत्म करने की योजना सफल नहीं हो सकी है। यह घटना संघर्षविराम के बीच गाजा में बढ़ते तनाव और संभावित भविष्य के संघर्ष की ओर इशारा करती है।
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