गाजा की ओर बढ़ रही पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग वाले जहाज को बीच में रास्ते में ही रोक लिया गया है। खबर है कि इजरायली बलों ने नौका को बीच में रोका है। इसके अलावा उसे इजरायल ले जाया जा रहा है।
Israel Gaza news update: स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग अपने साथियों के साथ मिस्र के बंदरगाह पर पहुंच चुकी हैं। इजरायली सेना की तरफ से मिली गिरफ्तार करने की चेतावनी के बाद आयोजकों ने ब्रिटेन, यूएस समेत तमाम मानवाधिकार संगठनों से मदद मांगी है।
सीनियर अधिकारी ने दावा किया कि गाजा में पहले डेढ़ साल में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 3,500 कैलोरी की सहायता पहुंचाई गई, लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा हमास की ओर से लूट लिया गया। यह गंभीर चिंता का विषय है।
एक वायरल पोस्ट में दावा किया गया कि गाजा में पारले-जी का पैकेट भी अब 2300 से भी ज्यादा रुपये में मिलने लगा है। एक पिता का यह वीडियो भावुक कर देने वाला है।
पिछले साल 1 अप्रैल को, इजराइल ने दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर बमबारी की थी, जिसमें कई वरिष्ठ ईरानी अधिकारी मारे गए थे। इससे बौखलाए ईरान ने पलटवार करते हुए 13 अप्रैल को इजरायल के अंदर कई हमले किए थे।
बंधक बनाए गए लोगों में 22 साल के उमर शेम टोव भी शामिल हैं। वहीं, 500 से ज्यादा दिनों तक गाजा में बंधक रहे। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया है कि हमास 2024 चुनाव में कमला हैरिस की जीत चाहता था।
अल कस्साम के भूत के तौर पर पहचान रखने वाला अल हद्दाद अब हमास की बागडोर संभाल सकता है। हमास के ओरिजिनल पांच कमांडर में अब वही जिंदा बचा है।
अस्पताल में अधिकारियों ने बताया कि 175 अन्य लोग घायल हुए हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि उन पर गोलीबारी किसने की। एसोसिएटेड प्रेस क पत्रकार ने अस्पताल में इलाज करा रहे दर्जनों घायलों को देखा।
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा को पृथ्वी का सबसे भूखा स्थान घोषित किया, जहां 21 लाख लोग अकाल के खतरे में हैं। इजरायल की नाकाबंदी और सैन्य कार्रवाइयों ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है।
हमास की तरफ से उन 28 इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा, जो उसकी कैद में हैं। इनमें से कई लोगों की मौत हो गई है। वहीं इजरायल भी 125 फिलिस्तीनी बंधकों को रिहा करेगा। यहां तक कि 180 बंधक ऐसे भी हैं, जिनकी मौत हो चुकी है। इन मृतकों के शवों को भी इजरायल की तरफ से हमास को दिया जाएगा।