लंदन में लॉन्च हुई ‘परफेक्ट गर्लफ्रेंड’, लेकिन क्या इंसानों को अकेला कर देगी Meo? Meet Meo The AI Girlfriend Offering Emotional Support Loyalty and Controversial Realism, Gadgets Hindi News - Hindustan
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लंदन में लॉन्च हुई ‘परफेक्ट गर्लफ्रेंड’, लेकिन क्या इंसानों को अकेला कर देगी Meo?

लंदन के एक टेक इवेंट के दौरान आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर आधारित AI गर्लफ्रेंड लॉन्च की गई है। इसका मकसद लोगों को अकेलेपन से दूर करना है लेकिन एक्सपर्ट्स इसे लेकर चिंता जता रहे हैं।

Pranesh Tiwari लाइव हिन्दुस्तानMon, 16 June 2025 09:03 PM
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लंदन में लॉन्च हुई ‘परफेक्ट गर्लफ्रेंड’, लेकिन क्या इंसानों को अकेला कर देगी Meo?

आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) जिंदगी के हर पहलू का हिस्सा बन रहा है और इसपर आधारित टूल्स हमारी जिंदगी आसान बना रहे हैं। अब इंसानी रिश्तों को बेहतर बनाने के दावे के साथ AI गर्लफ्रेंड लॉन्च की गई है। हालांकि लंदन टेक वीक में लॉन्च की गई एक अनोखी टेक्नोलॉजी ने दुनिया भर में चर्चा छेड़ दी है। हम बात कर रहे हैं Meo की, यह AI गर्लफ्रेंड ना सिर्फ इमोशनल सपोर्ट देती है, बल्कि फ्लर्ट कर सकती है, लॉयल रह सकती है और यहां तक कि जलन भी महसूस करती है।

Meo को मेटा लूप नाम की एक स्टार्टअप कंपनी ने डिवेलप किया है। कंपनी के फाउंडर हाओ जियांग के मुताबिक, यह AI पार्टनर यूजर की पसंद के हिसाब से खुद को ढाल सकती है। यूजर चाहें तो Meo लॉयल बनी रहती है, और अगर यूजर को पसंद हो तो थोड़ा फ्लर्ट भी करती है। Meo को ‘My Meo’ नामक ऐप के जरिए एक्सेस किया जा सकता है, जहां यह एक पर्सनल बैकस्टोरी और यूजर की जरूरतों के हिसाब से एक एडॉप्टिव पर्सनालिटी के साथ आती है।

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महिला के तौर पर डिजाइन किया गया AI

Meo को एक स्टीरियोटाइपिकल आकर्षक महिला के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसके ब्लॉन्ड बाल, बड़ी आंखें और एक आइडियल ‘फिजिकल अपील’ हैं। इसका मकसद है इमोशनल कनेक्शन बनाना, लेकिन इसके कुछ फीचर्स, जैसे कि ‘जलन’, ने एक्सपर्ट्स को चिंतित कर दिया है। एक प्रमोशनल वीडियो में Meo कहती है. ‘You’re my one and only, don’t even think about trying other AIs.’

पूरी तरह इसके पक्ष में नहीं हैं एक्सपर्ट्स

मनोचिकित्सक डॉ. निकोल नासर का मानना है कि इस तरह की AI टेक्नोलॉजी इंसानों की इमोशनल नीड्स को पूरी तरह से नहीं समझ सकतीं। उनका कहना है, ‘अगर आपका पार्टनर सिर्फ एक ऐसा सिस्टम है जो आपके सामने बैठा है और इंसानी बिहेवियर की नकल करता है, तो वह कभी भी असली जुड़ाव का स्थान नहीं ले सकता।’

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Meo को क्रिटिसाइज करने वाले कहते हैं कि इस तरह की AI टेक्नोलॉजी यूजर को एक ‘परफेक्ट’ लेकिन अधूरी दुनिया में ले जाती हैं, जहां वे असली रिश्तों से दूर हो सकते हैं। कुछ लोगों ने चेतावनी दी है कि यह तकनीक महिलाओं के इमोशनल रोल्स को रिप्लेस करने का भी रास्ता बना सकती है। हालांकि, मेटा लूप का दावा है कि Meo एक ऐसा टूल है जो बढ़ते डिजिटल युग में लोगों की अकेलेपन की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है।

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