क्यों सुलग रहा तुर्की? सड़क पर उतरे हजारों लोग, एर्दोगान के इस कदम पर फूटा गुस्सा
- तुर्की में एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद इस्तांबुल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। खबरों के मुताबिक विपक्षी पार्टी से जुड़े इमामोग्लू को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन का मुख्य प्रतिद्वंद्वी माना जाता है।
तुर्की में राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। हजारों लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक यह प्रदर्शन तब शुरू हुए जब तुर्की के एक शहर के मेयर एक्रेम इमामोग्लू सहित विपक्षी पार्टियों के 100 नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को राजधानी इस्तांबुल की सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी उतर आए और उन्होंने एर्दोगान के इस फैसले के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। विपक्षी पार्टी से जुड़े इमामोग्लू को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन का मुख्य प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि इमामोग्लू की गिरफ्तारी पूरी तरह से अवैध और निराधार हैं और यह गिरफ्तारी लोकतंत्र के लिए एक झटका है। प्रदर्शकारियों ने कहा है कि देश में लोकतंत्र नहीं है बल्कि लोकतंत्र का दिखावा है।
फ्रांस 24 की एक रिपोर्ट के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए भारी बल की तैनाती की गई है वहीं कई सड़कें बंद कर दी गई हैं। देश में कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इससे पहले देश में किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि प्रतिबंध के बावजूद हजारों लोग इस्तांबुल के पुलिस मुख्यालय, सिटी हॉल और इमामोग्लू की रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) के मुख्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए। तुर्की पुलिस ने देश की वतन सुरक्षा विभाग की ओर जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया है। जानकारी के मुताबिक मेयर की उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें वहीं ले जाया गया है।
कौन हैं इमामोग्लू
गौरतलब है कि इमामोग्लू एक लोकप्रिय विपक्षी नेता हैं और राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं। तुर्की में बीते दिनों मेयर और कई अन्य प्रमुख हस्तियों सहित कुल 100 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इमामोग्लू और उनके सहयोगियों पर जबरन वसूली और धोखाधड़ी सहित कथित भ्रष्टाचार के साथ-साथ कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) की सहायता करने का संदेह है जिसे तुर्की, अमेरिका और अन्य तुर्की सहयोगियों ने आतंकवादी संगठनों की सूची में रखा है। इससे एक दिन पहले ही इस्तांबुल विश्वविद्यालय ने इमामोग्लू की स्नातक की डिग्री रद्द कर दी थी। तुर्की कानून के तहत चुनाव लड़ने के लिए स्नातक की डिग्री की जरूरत होती है।
तख्तापलट की कोशिश के आरोप
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) के नेता ओजगुर ओजेल ने कहा है कि हार से बचने के लिए एर्दोगान यह कदम उठा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि एर्दोगन, जिन्हें पिछले साल स्थानीय चुनावों में बड़ी हार मिली थी, ने इमामोग्लू को निशाना इसीलिए बनाया क्योंकि उन्हें उनसे हारने का डर था। ओज़ेल ने अधिकारियों पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “वे कुछ भी कर सकते हैं। हम इसके लिए तैयार हैं। यह स्पष्ट है कि यह कोई राजनीतिक संघर्ष नहीं है, बल्कि देश के अस्तित्व का मामला है।”
एर्दोगन के मंत्री ने क्या कहा?
वहीं तुर्की के न्याय मंत्री यिलमाज टुनक ने आरोपों का खारिज किया है और कहा है कि देश की अदालतें स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। टुनक ने कहा, "निष्पक्ष और स्वतंत्र न्यायपालिका द्वारा की गई जांच को तख्तापलट कहना या इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना बेहद खतरनाक और गलत है।" उन्होंने कहा है कि न्यायपालिका किसी से निर्देश नहीं लेती।
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