रूसी हमले के बाद 33 बार थैंक्यू बोल चुके हैं जेलेंस्की, फिर क्यों भड़के ट्रंप-वेंस? बाइडन कनेक्शन समझिए
- ट्रंप और उनके उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिकी सहायता के प्रति कृतज्ञता न दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि जेलेंस्की ने अमेरिका या राष्ट्रपति ट्रंप को 'थैक्यू' नहीं कहा।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई मुलाकात ने अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं। यह मुलाकात शुरू में यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों और रूस के साथ शांति वार्ता को लेकर एक सकारात्मक कदम मानी जा रही थी, लेकिन जल्द ही एक तीखे विवाद में बदल गई। ट्रंप और उनके उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिकी सहायता के प्रति कृतज्ञता न दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि जेलेंस्की ने अमेरिका या राष्ट्रपति ट्रंप को 'थैक्यू' नहीं कहा।
अब यह तथ्य सामने आया है कि जेलेंस्की ने फरवरी 2022 में रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद से अमेरिका को कम से कम 33 बार धन्यवाद कहा है। इस घटना ने न केवल यूक्रेन-अमेरिका संबंधों पर सवाल उठाए, बल्कि इसमें जो बाइडेन के चुनाव अभियान का एक छिपा कनेक्शन भी उजागर हुआ। आइए, इस पूरी कहानी को विस्तार से समझते हैं।
जेलेंस्की का आभार और ट्रम्प-वैंस का गुस्सा
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की शुरुआत के बाद से जेलेंस्की ने कई मौकों पर अमेरिकी सरकार, कांग्रेस, राष्ट्रपति जो बाइडेन, और यहां तक कि डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी जनता को धन्यवाद दिया है। उदाहरण के लिए, दिसंबर 2022 में अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष अपने भाषण में उन्होंने कहा, "धन्यवाद, बहुत-बहुत धन्यवाद। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। हमारे महान लोगों के लिए यह सब है। आपकी स्वतंत्रता और न्याय की भावना के लिए धन्यवाद।" इसके अलावा, सितंबर 2023 में नेशनल आर्काइव्स में दिए गए एक संबोधन में उन्होंने कहा, "यूक्रेन में एक भी आत्मा ऐसी नहीं है जो अमेरिका के प्रति आभार न महसूस करती हो।"
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, जेलेंस्की ने कम से कम 33 बार औपचारिक रूप से अमेरिका को धन्यवाद कहा है, जिसमें ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान दी गई जेवलिन मिसाइलों के लिए भी आभार शामिल है। फिर सवाल उठता है कि अगर जेलेंस्की ने इतनी बार आभार जताया, तो ट्रंप और वेंस की नाराजगी की वजह क्या थी? शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को ओवल ऑफिस में हुई बैठक में ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा, "आपको हमारा आभारी होना चाहिए। आपके पास कार्ड्स नहीं हैं। हमारे साथ रहोगे तो आपके पास कार्ड्स हैं, लेकिन हमारे बिना आपके पास कुछ भी नहीं है।" वेंस ने भी तंज कसते हुए पूछा, "क्या आपने इस पूरी मीटिंग में एक बार भी 'धन्यवाद' कहा?" इस तीखे हमले के बाद जेलेंस्की और उनके प्रतिनिधिमंडल को व्हाइट हाउस से बाहर जाने के लिए कहा गया, जिसने इस मुलाकात को एक कूटनीतिक आपदा में बदल दिया।
बाइडेन के चुनाव अभियान से कनेक्शन
इस विवाद की जड़ में ट्रंप और वेंस की नाराजगी का एक बड़ा कारण जो बाइडेन और डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ जेलेंस्की का घनिष्ठ संबंध प्रतीत होता है। नवंबर 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से कुछ हफ्ते पहले, सितंबर 2024 में जेलेंस्की ने पेनसिल्वेनिया के स्क्रैंटन में एक हथियार फैक्ट्री का दौरा किया था। यह जगह जो बाइडेन का गृहनगर है और एक महत्वपूर्ण स्विंग स्टेट भी। इस दौरे में जेलेंस्की के साथ डेमोक्रेटिक नेताओं की मौजूदगी ने रिपब्लिकन नेताओं को भड़का दिया। हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने इसे "चुनावी हस्तक्षेप" करार दिया और यूक्रेन के वाशिंगटन में राजदूत को बर्खास्त करने की मांग की।
वेंस ने ओवल ऑफिस में जेलेंस्की से सीधे तौर पर "विपक्ष (डेमोक्रेट्स) के लिए प्रचार" करने का आरोप लगाया। ट्रंप और उनके समर्थकों का मानना है कि जेलेंस्की ने बाइडेन और कमला हैरिस के पक्ष में अप्रत्यक्ष रूप से प्रचार किया, जिसे वे एक व्यक्तिगत अपमान के रूप में देखते हैं। यहां यह याद करना जरूरी है कि 2019 में ट्रंप पर बाइडेन के खिलाफ जानकारी जुटाने के लिए जेलेंस्की पर दबाव डालने का आरोप लगा था, जिसके चलते उनकी महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इस पुरानी कड़वाहट ने शायद ट्रंप के रवैये को और सख्त कर दिया।
क्या था बैठक का मकसद?
जेलेंस्की इस बैठक में दो मुख्य उद्देश्यों के साथ आए थे: पहला, यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों पर एक आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर करना, जिसे ट्रंप प्रशासन शांति की दिशा में एक कदम मान रहा था। दूसरा, रूस के खिलाफ मजबूत सुरक्षा गारंटी की मांग करना। लेकिन बैठक शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही माहौल बदल गया। वेंस ने शांति के लिए कूटनीति की वकालत की, जिस पर जेलेंस्की ने पलटवार करते हुए पूछा, "आप किस तरह की कूटनीति की बात कर रहे हैं, जे.डी.? पुतिन ने 2014 से ही हमारी जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया था।"
जेलेंस्की का तर्क था कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले भी कई समझौतों को तोड़ा है, जैसे कि 2019 का मिन्स्क सीजफायर। उन्होंने वेंस से यह भी पूछा, "क्या आप कभी यूक्रेन आए हैं कि आपको हमारे हालात का अंदाजा हो?" इस पर वेंस ने इसे "प्रोपेगैंडा टूर" कहकर खारिज कर दिया और जेलेंस्की को "अमेरिकी प्रशासन पर हमला करने" के लिए असम्मानजनक ठहराया।
ट्रंप ने भी जेलेंस्की को चेतावनी दी, "आप वर्ल्ड वॉर III के साथ जुआ खेल रहे हैं। या तो आप सौदा करेंगे, या हम बाहर हैं।" ट्रंप का यह रुख उनके उस दावे से मेल खाता है जिसमें वे कहते हैं कि उनकी नई नीति यूक्रेन-रूस युद्ध को जल्द खत्म कर सकती है, लेकिन इसके लिए यूक्रेन को रियायतें देनी होंगी, जो ज़ेलेंस्की के लिए स्वीकार्य नहीं है।
जेलेंस्की का जवाब और वैश्विक प्रतिक्रिया
बैठक के बाद जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा, "धन्यवाद अमेरिका, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, इस यात्रा के लिए धन्यवाद। धन्यवाद @POTUS, कांग्रेस और अमेरिकी जनता को। यूक्रेन को न्यायपूर्ण और स्थायी शांति चाहिए, और हम उसी के लिए काम कर रहे हैं।" फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ट्रंप के प्रति सम्मान जताया, लेकिन माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा, "मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ गलत किया।"
इस घटना ने अमेरिका में राजनीतिक विभाजन को और गहरा कर दिया। रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने जेलेंस्की से माफी की मांग की, जबकि डेमोक्रेटिक नेता नैन्सी पेलोसी ने इसे "शर्मनाक प्रदर्शन" करार दिया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जैसे नेताओं ने यूक्रेन के प्रति समर्थन दोहराया, लेकिन ट्रम्प के रुख ने यूरोप में चिंता बढ़ा दी है।
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