झारखंड में SIT को बड़ी सफलता, धनबाद में पकड़े गए 4 डकैत; 15 केस में थे वांटेड
झारखंड एसआईटी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसआईटी ने 15 मामलों में वांटेड 4 डकैतों को धनबाद से गिरफ्तार किया है। पुलिस को इन डकैतों की तलाश कई दिनों से थी।

झारखंड एसआईटी को बड़ी कामयाबी मिली है। धनबाद के बालीडीह ओपी क्षेत्र के मानगो में रेस्टोरेंट संचालक के घर 31 जनवरी रात डकैती में शामिल चार अंतरप्रांतीय डकैतों को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। अपराधियों के पास से एक लोडेड पिस्टल, दो बाइक, मोबाइल और डीवीआर बरामद किया गया है, जिसे आरोपी उस घर से घटना के बाद साथ ले गए थे।
गिरफ्तार आरोपी धनबाद जिले के कतरास स्थित तेलियाबांध निवासी असगर अंसारी, कतरास गोहियाबांध निवासी सलमान अंसारी, धनबाद गोमो बस्ती निवासी जमालुद्दीन अंसारी, धनबाद हरिहरपुर निवासी राजू सोनार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। एसपी हरविंदर सिंह ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसकी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घटना की रात रेस्टोरेंट संचालक शंकर महतो को पूरे परिवार के साथ बंधक बनाकर ढाई घंटे तक लूटपाट की गई थी। एक फरवरी को मामला सामने आने के बाद हेडक्वार्टर डीएसपी अनिमेष गुप्ता के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नवीन सिंह, सब इंस्पेक्टर आनंद आजाद, संदीप कुमार, शशिकांत ठाकुर, जितेंद्र यादव, वीरमणि कुमार के साथ टेक्निकल सेल को शामिल कर एसआईटी का गठन किया गया था। जांच में ये तथ्य मिले कि घटना को बिहार, झारखंड और बंगाल के मोस्ट वांटेड अंतरप्रांतीय डकैत गिरोह ने अंजाम दिया है। गिरोह का सरगना गिरफ्तार असगर अंसारी है, जिसकी गिरफ्तारी में तीनों राज्यों की पुलिस मशक्कत कर रही थी। ये गिरोह अपने सदस्यों के जरिए तीनों राज्यों में लूट व डकैती का पर्याय बन चुके थे।
शादी से चकमा देकर भागा
बिरनी और डुमरी डकैती के तौर तरीकों को आधार बनाते हुए आपके अपने लोकप्रिय अख़बार हिन्दुस्तान ने 10 फरवरी के अंक में गिरोह को चिन्हित करते हुए खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद पुलिस जांच का दायरा बढ़ा, पुलिस टीम ने टेक्निकल इनपुट के आधार पर कतरास के एक निकाह में असगर का घेराबंदी की, पर बारात में शामिल भीड़ का फायदा उठाकर वो भाग निकला। पर बालीडीह एसआईटी लगातार उसके टोह में लगी रही।
धनबाद से गहने बरामद
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर धनबाद हरिहरपुर के आराध्या ज्वेलर्स से लूट के जेवर बरामद किए गए हैं। मानगो से 40 हजार नगद के साथ छह लाख के सोने-चांदी के जेवर लूटे गए थे। जिसे गिरफ्तार राजू सोनार के पास खपाया गया था। आरोपी राजू सोनार अंतरप्रांतीय डकैत गिरोह का एक विंग है, जो डकैती के बाद सोने-चांदी का जेवर खपाने का काम करता है।
15 मामलों में वांछित हैं डकैत
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार डकैत सरगना बिहार, झारखंड और बंगाल के 15 मामलों में वांछित हैं। ये पेशेवर अपराधी हैं, जो लंबे समय तक पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद रहे। 31 दिसंबर 2024 को जेल से बाहर आकर गिरोह के सदस्यों को एक्टिव कर ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया। तीन जनवरी को इसने अपने सात सदस्यीय टीम के साथ गिरिडीह के बिरनी में भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद 31 जनवरी की रात बोकारो के मानगो में डकैती की। फिर फरवरी में डुमरी में डकैती की। ताबड़तोड़ घटनाओं के बाद पुलिस दबिश बढ़ी तो लोकेशन बदलने लगा, बंगाल, बिहार और झारखंड में भागता रहा। इस बीच गिरोह के तीन सदस्य गिरिडीह पुलिस के हाथों गिरफ्तार हुए। पर मास्टरमाइंड की तलाश अब भी बरकरार थी, जिसे इंस्पेक्टर नवीन सिंह की एसआईटी ने पूरा किया।