अप्रैल में कोयले की कम ढुलाई, मई में करनी होगी भरपाई
धनबाद में कोयला कंपनियों ने अप्रैल 2025 में लक्ष्य से कम कोयले की ढुलाई की। पावर प्लांटों को भी अपेक्षित कोयला नहीं मिला। हालांकि, अभी कोयले की कमी नहीं है, लेकिन आगामी मानसून के मद्देनजर कंपनियों को...

धनबाद, विशेष संवाददाता अप्रैल 2025 में कोयला कंपनियों ने लक्ष्य से कम कोयले की ढुलाई की है। पावर प्लांटों को भी अप्रैल में लक्ष्य से कम कोयला मिला है। हालांकि मौजूदा समय में पावर प्लांटों के पास कोयले की कमी नहीं है। वैसे दो-ढाई महीने बाद मानसून दस्तक देगा। इसको देखते हुए कोयला कंपनियों को अप्रैल की कमी की भरपाई मई और जून में करनी होगी। जुलाई से मानसून के कारण कोयले की ढुलाई प्रभावित होती है। कोयला मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार अप्रैल में प्रतिदिन औसतन 390 रैक कोयले की ढुलाई करने की कोल इंडिया की योजना थी।
वास्तविक ढुलाई 322.8 रैक कोयले की ढुलाई प्रतिदिन हुई। इसमें पावर प्लांटों को प्रतिदिन 330 रैक कोयला ढुलाई के लक्ष्य के मुकाबले 284.90 रैक प्रतिदिन ढुलाई हुई। ओवरऑल रैक से कोयले की ढुलाई में प्रतिदिन 68 रैक कम कोयले की ढुलाई हुई। पावर प्लांटों को भी प्रतिदिन 46 रैक कम कोयले की आपूर्ति हुई। कोयला मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार ओवरऑल रैक से कोयले की ढुलाई में उपलब्धि 82.77 प्रतिशत है। वहीं पावर प्लांटों को कोयले की रैक आपूर्ति उपलब्धि 86.33 प्रतिशत है।
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