Fake Educational Certificates Threaten Jobs of 18 Teachers in Dhanbad 18 सहायक अध्यापकों की नौकरी खतरे में, Dhanbad Hindi News - Hindustan
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18 सहायक अध्यापकों की नौकरी खतरे में

धनबाद में 18 सहायक अध्यापकों की नौकरी खतरे में है, जिन्होंने फर्जी या गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों से प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादFri, 30 May 2025 06:46 AM
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18 सहायक अध्यापकों की नौकरी खतरे में

धनबाद, मुख्य संवाददाता फर्जी या गैर मान्यता प्राप्त संस्थान से शैक्षणिक प्रमाणपत्र प्राप्त करनेवाले सहायक अध्यापकों की नौकरी खतरे में है। धनबाद में 18 ऐसे सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षक) को चिह्नित किया गया है। राज्य मुख्यालय के निर्देशानुसार ऐसे सहायक अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। जिला शिक्षा अधीक्षक सह अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आयुष कुमार ने प्रखंडों को आदेश जारी किया है। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सह प्रखंड संसाधन केंद्र समन्वयक ने निदेशानुसार सक्षम प्राधिकार के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा है। इनमें गोविंदपुर के चार सहायक अध्यापक समेत अन्य शामिल हैं। टुंडी के भी कई सहायक अध्यापकों के भी सूची में शामिल होने की सूचना है।

मामले की सूचना मिलने के बाद जिले के सहायक अध्यापकों में हड़कंप मचा हुआ है। सभी 18 सहायक अध्यापकों का नाम जानने के लिए बैचेन हैं। जानकारों का कहना है कि झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश पर सभी जिलों में सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) के प्रमाणपत्र व डिग्री की जांच चल रही है। इन सहायक अध्यापकों का मानदेय भी रोका जा रहा है। उसके बाद स्पष्टीकरण मांगकर सेवा से हटा दिया जाएगा। राज्य मुख्यालय ने फर्जी प्रमाणपत्र जमा करनेवाले ऐसे सहायक अध्यापकों की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। बताते चलें कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2003 या उसके बाद ग्राम शिक्षा समितियों की अनुशंसा पर चयन किया गया था। आरोप है कि उस समय कई पारा शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश व अन्य राज्य के ऐसे संस्थानों से इंटर या अन्य डिग्री पास होने का प्रमाणपत्र जमा किया, जो गैर मान्यता प्राप्त या फर्जी संस्थान घोषित है। इन्हीं प्रमाणपत्र के आधार पर ये पारा शिक्षक 20 वर्ष से कायर्रत हैं। अब इन मामले में राज्य मुख्यालय गंभीर हुआ है। उसके बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हुई। राज्य मुख्यालय के निर्देशानुसार फर्जी या गैर मान्यता प्राप्त संस्थान से शैक्षणिक प्रमाणपत्र प्राप्त करनेवाले सहायक अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। -आयुष कुमार, डीएसई

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