धनबाद से ट्रेनों में कंफर्म तो दूर, वेटिंग टिकट पर भी आफत
धनबाद में रेलवे ने यात्रियों को बड़ा झटका दिया है। सोमवार से सभी ट्रेनों में वेटिंग टिकट जारी करने का कोटा 25 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे यात्रियों को कंफर्म टिकट तो दूर, वेटिंग टिकट भी नहीं मिल रहा।...

धनबाद। ट्रेनों में कंफर्म टिकट देने का सब्जबाग दिखाने वाले रेलवे ने धनबाद के यात्रियों को बड़ा झटका दिया है। सोमवार से रेलवे ने सभी ट्रेनों में संबंधित रेलवे स्टेशन से निर्धारित कोटे की 25 प्रतिशत ही वेटिंग टिकट जारी करने का नियम लागू कर दिया। रेलवे के फरमान से धनबाद के लोगों को ट्रेनों में कंफर्म तो दूर, वेटिंग टिकट पर भी आफत हो गया है। आलम है कि मुंबई मेल, पारसनाथ एक्सप्रेस, हावड़ा-गांधीधाम एक्सप्रेस, गरवा एक्सप्रेस, मालदा टाउन-सूरत एक्सप्रेस, जसीडीह-वास्को द गामा एक्सप्रेस सहित एक दर्जन से अधिक ट्रेनों में अगले दो माह तक एक-दो दिन छोड़ किसी श्रेणी में वेटिंग टिकट तक नहीं मिल रहा है।
जाहिर है कि जब रिजर्वेशन टिकट ही नहीं मिलेगा तो लोग कंफर्म होने की प्रतीक्षा क्या करेंगे। ऐसे में जनरल बोगियों में सफर करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचेगा। तत्काल कोटे में भी यही नियम लागू किया गया है। सिर्फ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित यात्रियों को नोरूम के नियम में छूट दी गई है। पहले जनरल बोगियां घटाईं, अब वेटिंग पर पहरा: रेलवे ने पहले ट्रेनों में एलएचबी बोगी लगाने के नाम पर जनरल बोगियां कम कर दीं और अब ट्रेनों में वेटिंग टिकट पर पहरा बैठा दिया। कई बार वेटिंग टिकट लेकर यात्री ट्रेनों में टीटीई के माध्यम से सीट की व्यवस्था करते थे। सवाल तो यह भी उठ रहा है कि यदि वेटिंग टिकट कटेगा ही नहीं तो कैसे पता चलेगा कि किस रूट पर ट्रेन की क्या जरूरत है। वेटिंग टिकट नहीं होने पर यात्री आपात कोटे के लिए भी आवेदन नहीं कर पाएंगे। 10 से 15 वेटिंग टिकट कटते ही हो रहा नोरूम: धनबाद रेलवे स्टेशन से काफी कम ट्रेनें खुलती हैं। हावड़ा, सियालदह, कोलकाता और रांची से खुलने वाली ट्रेनें धनबाद होकर अधिक चलती हैं। यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में धनबाद का कोटा काफी कम है। लिहाजा हर ट्रेन में 10 से 15 वेटिंग टिकट कटते ही नोरूम का बोर्ड लग रहा है। दिल्ली की ट्रेनों की स्थिति: हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस में 30 जून तक और सियालदह राजधानी में एक जुलाई तक नोरूम है। पूर्वा एक्सप्रेस, बंगाल संपर्कक्रांति, जालियावाला बाग एक्सप्रेस और हावड़ा-बाड़मेर एक्सप्रेस में मध्य जुलाई तक स्लीपर और थर्ड में टिकट नहीं मिल रहा है। मुंबई व सूरत की ट्रेनों का हाल: मुंबई मेल में स्लीपर में अगले 60 दिनों तक हर दिन स्लीपर में नोरूम है। एसी में भी ज्यादातर दिन नोरूम की ही स्थिति है। धनबाद से मुंबई के लिए चलने वाली धनबाद-एलटीटी स्पेशल के सिर्फ दो फेरे बचे हैं। सूरत जाने के लिए टिकट कटाना है तो अगले दो महीने तक प्रतीक्षा करनी होगी। मालदा टाउन-सूरत एक्सप्रेस में सिर्फ सेकेंड एसी में टिकट मिल रहा है। नए नियम से धनबाद होकर चलने वाली 90 प्रतिशत ट्रेनें प्रभावित हैं। वाराणसी और बिहार जाना भी हुआ मुश्किल नए नियम लागू होने से लंबी दूरी ही नहीं, वाराणसी जाने वाली गंगा-सतलज एक्सप्रेस और बिहार के कई जिलों से धनबाद को जोड़ने वाली मौर्य एक्सप्रेस भी प्रभावित हो रही है। मौर्य एक्सप्रेस में 26 जून को छोड़ जून में किसी भी दिन स्लीपर बोगी का टिकट नहीं मिल रहा है। इस तरह थर्ड एसी में 24 जून तक नोरूम का बोर्ड लगा है। धनबाद से खुलने के बावजूद गंगा-सतलज एक्सप्रेस में वाराणसी जाने वालों को जुलाई से पहले फर्स्ट एसी छोड़ किसी भी दिन टिकट नहीं मिल रहा है।
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