बोले धनबाद: साबलपुर की कहानी- सूख चुके हैं कुएं, चापाकलों से नहीं आता पानी
धनबाद के साबलपुर बस्ती में नागरिक सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां की पाइपलाइन फटने से हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, जबकि स्थानीय लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा। नाली, सड़क और बिजली की स्थिति भी...

धनबाद स्टेशन से करीब आठ किलोमीटर दूरी पर साबलपुर बस्ती है। यह आठ लेन सड़क के किनारे है। यह बस्ती दो भागों में बंटी हुई है। आधी नगर निगम में और आधी पंचायत क्षेत्र में है। इतना ही नहीं यह, बस्ती दो विधानसभा क्षेत्र में पड़ती है। आधी बस्ती सिंदरी व आधी धनबाद विधानसभा क्षेत्र में है। इस बस्ती के नगर निगम वाले क्षेत्र में भी सुविधाओं का घोर अभाव है। साबलपुर बस्ती नगर निगम वार्ड 23 में स्थित है। यहां लगभग चार हजार से अधिक की आबादी है। वोटर तीन हजार के आसपास हैं। यहां बहुत सारे आदिवासी व बीपीएल परिवार रहते हैं।
रोड, नाली, पानी की समस्या है। यहां के लोगों का कहना है कि हमलोगों के घर के सामने से पाइपलाइन गई है लेकिन हमारी बस्ती में निगम की ओर से एक भी सार्वजनिक नल (स्टैंड पोस्ट) नहीं है। वहीं पाइपलाइन फट जाने के कारण रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है लेकिन इस गांव के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। कुआं सूख चुके हैं। चापानल खराब हैं। यहां अभी तक नाली का निर्माण नहीं हुआ है। बिजली पोल है, लेकिन स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं। बिजली जाने के बाद बस्ती में अंधेरा छा जाता है। सफाई भी नदारद है। नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से शिकायतें की गईं लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अगल-बगल की कॉलोनियों में सभी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन इस बस्ती के साथ नगर निगम सौतेला व्यवहार कर रहा है। साबलपुर धनबाद नगर निगम क्षेत्र में हैं। यह 23 नंबर वार्ड में है। साबलपुर क्षेत्र में सहयोगी नगर, वृंदावन कॉलोनी, तपोवन कॉलोनी, शिवम कॉलोनी, बड़े-बड़े अपार्टमेंट, मॉल, शाोरूम व कई निजी अस्पताल भी हैं। साबलपुर बिग बाजार के निकट है। साथ ही आठ लेन सड़क भी साबलपुर मौजा होते हुए गुजरी है। बस्ती काफी पुरानी है। ऐसे में यहां घनी आबादी निवास करती है। यहां निवास करने वाले अधिकतर आदिवासी व गरीब है। नौकरीपेशा के साथ-साथ छोटे-छोटे कारोबार करने वाले परिवार इस बस्ती में रहते हैं। ऐसे में बस्ती की अपनी अलग समस्या है। यहां के लोगों की रोजमर्रे की जरूरत के अनुसार इस बस्ती में नागरिक सुविधाओं का अभाव है। यहां पेयजल की घोर समस्या है। बस्ती के बीचो-बीच पाइप लाइन फट जाने के कारण हजारों लीटर पानी बर्बादी हो रहा है। लेकिन बस्ती के लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। हमारी समस्याओं का समधान किया जाना चाहिए। उक्त बातें साबलपुर के लोगों ने आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से कही। हिन्दुस्तान की बोले धनबाद की टीम साबलपुर के लोगों से संवाद के लिए गई थी। वहां के लोगों ने अपनी समस्याओं पर बात की तथा बस्ती के लोगों की आवाज प्रशासन तक पहुंचाने का अनुरोध किया। बस्ती के लोगों ने कहा कि पानी लाइन में कई महीने से खराबी आ गई है। पानी बहता रहता है। पाइप लाइन की मरम्मत के लिए नगर निगम को सूचित भी किया है। लेकिन अभी तक पाइप लाइन की मरम्मत नहीं की गई है। जिसके कारण रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि नगर निगम इस बस्ती की उपेक्षा करता है। अब तक नगर निगम की ओर से विकास की एक भी योजना गांव में संचालित नहीं हुई हैं। सड़क उबड़-खाबड़ है, नाली का निर्माण नहीं हुआ है। स्ट्रीट लाइट भी नहीं है। सफाईकर्मी कभी दर्शन नहीं देते हैं। वार्ड नंबर 23 स्थित इस मोहल्ले के लोगों का कहना है कि नगर निगम हमारी अपेक्षा करता है। नगर निगम में रहने के बाद भी इस मोहल्ले की स्थिति गांव जैसी ही है। बस्ती के लोगों ने कहा कि यहां नागिरक सुविधाओं का अभाव है। नगर निगम व जिला अधिकारी को कई बार आवदेन भी दिया गया। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है। हमलोग यहां कई पुश्तों से रह रहे हैं। इसके बाद भी न अच्छी सड़क है न ही नालियों की व्यवस्था। पानी की समस्या भी झेल रहे हैं। चापाकल खराब पड़े हैं, कुआं व तालाब सूख गए हैं। लोगों ने कहा कि हमारे घर होते हुए पेयजल की पाइपलाइन धनबाद तक गई है लेकिन हमें एक भी सरकारी नल नहीं दिया गया है। एक महीने से पाइपलाइन फटी है, जिससे रोज हजारों लीटर पानी की बर्बादी हो रहा है। इसकी मरम्मत करने अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। हमारी मांग है कि इस मोहल्ले में कम से कम दो-तीन सरकारी नल नगर निगम लगवाए। हमलोग कनेक्शन लेने के लिए सक्षम नहीं है। लोगों ने कहा कि बिजली पोल है लेकिन स्ट्रीट लाइटें नहीं है। बिजली कट होने के बाद पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब जाता है। जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। सड़क ऊंची होने के कारण बरसात का पानी घरों में घुस जाता है। बरसात में छोटे-छोटे बच्चों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। बरसात बंद होने के बाद घर से पानी को बार फेंकते हैं। लोगों ने कहा कि यहां सफाईकर्मी आजतक कभी नहीं आया है। न ही कचरा गाड़ी नजर आती है। सुझाव 1. साबलपुर मोहल्ला में सबसे पहले नाली का निर्माण कराया जाए। साथ ही जर्जर सड़क की मरम्मत हो। 2. नगर निगम सबसे पहले इस मोहल्ला में दो-तीन जगहों पर नल लगाने की जल्द व्यवस्था करे। 3.यहां जगह-जगह डस्टबिन रखे जाएं। सप्ताह में दो दिन साफ-सफाई की नगर निगम व्यवस्था करे। 4. हरेक बिजली पोल पर नई स्ट्रीट लाइट लगायी जाए। रात में लोगों को परेशानी कम होगी। 5. साबलपुर में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन व सामुदायिक भवन बनाने की पहल प्रशासन करे। शिकायतें 1. साबलपुर में पानी की किल्लत है। पाइपलाइन बिछाई गई लेकिन बस्ती वालों को एक बूंद पानी नहीं मिला है। 2. साबलपुर में नाली का निर्माण आजतक नहीं हुआ है। सड़क जर्जर है, लेकिन देखनेवाला कोई नहीं है। 3. यहां डस्टबिन नहीं दिए गए हैं। साथ ही सफाई भी नदारद है। हर जगह गंदगी का अंबार है। सफाईकर्मी नहीं आते हैं। 4. स्ट्रीट लाइट नहीं है, जिसके कारण रात में आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 5. पाइपलाइन फटने से हजारों लीटर पानी रोज बर्बाद हो रहा है। इस पर ध्यान दें विभाग।
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