पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश ने मचाई तबाही, लाखों लोग प्रभावित, कई मौतें; रेस्क्यू में जुटी वायुसेना
भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बीते तीन दिनों से जारी भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अलग-अलग घटनाओं में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। असम, अरुणाचल और मणिपुर में लाखों लोग इससे प्रभावित हुए हैं।

पूर्वोत्तर भारत में बारिश ने कहर मचा दिया है। बीते कई दिनों से बारिश और उसके बाद की घटनाओं से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच अलग-अलग घटनाओं में कई लोगों के मारे जाने की खबर भी सामने आई है। बता दें कि असम, मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बीते तीन दिनों में भारी बारिश हुई है और नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच वायुसेना और असम राइफल्स के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
5 जून तक राहत नहीं
मौसम विभाग ने बताया है कि फिलहाल इस बारिश से 5 जून तक राहत मिलने के आसार नहीं है। IMD के मुताबिक पूर्वोत्तर क्षेत्र में आने वाले कुछ घंटों में तेज बारिश हो सकती है। IMD ने 4 जून तक असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भी तेज बारिश का अंदेशा जताया है। वहीं अरुणाचल, असम और मेघालय में भी भारी बारिश की उम्मीद है।
कई पर्यटक फंसे
अरुणाचल प्रदेश, असम और सिक्किम में स्थिति और गंभीर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारी बारिश के बीच उत्तरी सिक्किम में 1,200 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं। भूस्खलन की वजह से बचाव कार्य में भी बाधा आ रही है। वहीं 29 मई को मुंशीथांग में तीस्ता नदी के पास लापता हुए आठ पर्यटकों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
असम के 19 जिले चपेट में
असम के 19 जिलों बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इनमें लखीमपुर, डिब्रूगढ़, हैलाकांडी, होजई, कामरूप, धेमाजी और कछार जैसे जिलों में करीब 3.6 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम में बाढ़ और भूस्खलन से होने वाली मौतों का आंकड़ा रविवार को 10 तक पहुंच गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा स्थापित 155 राहत शिविरों में 55,000 से अधिक लोगों ने शरण ली है।
अरुणाचल प्रदेश में भी हालात खराब
अरुणाचल प्रदेश बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 9 लोगों की मौत की खबर है। राज्य भर में लगभग सभी नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश का अनुमान जताया है जिसके बाद मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। लोगों से बहुत जरूरी ना होने पर घर से ना निकलने का अनुरोध किया जा रहा है।
मेघालय, मणिपुर में वायुसेना जुटी
मेघालय में 10 जिले अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। त्रिपुरा में भी 10,000 से अधिक लोग इसकी चपेट में आए हैं। इस बीच असम राइफल्स ने वायुसेना के साथ मिलकर 1500 से अधिक लोगों को बचाया है और उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराई है। वहीं रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बात की है। गृह मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।