Controversy Erupts as Under-Construction Housing in Bagodar is Demolished by Forest Guards छावनी तोड़ने पर जताई गई थी आपत्ति, इसलिए गुस्से में तोड़ डाला आवास!, Gridih Hindi News - Hindustan
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छावनी तोड़ने पर जताई गई थी आपत्ति, इसलिए गुस्से में तोड़ डाला आवास!

बगोदर के खेतको में निर्माणाधीन अबुआ आवास तोड़े जाने का मामला सुर्खियों में है। इसके कई कारण हैं।सबसे पहले तो यह घटना विधायक नागेन्द्र महतो के गांव क

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहSat, 31 May 2025 04:41 PM
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छावनी तोड़ने पर जताई गई थी आपत्ति, इसलिए गुस्से में तोड़ डाला आवास!

बगोदर, प्रतिनिधि। बगोदर के खेतको में निर्माणाधीन अबुआ आवास तोड़े जाने का मामला सुर्खियों में है। इसके कई कारण हैं। सबसे पहले तो यह घटना विधायक नागेन्द्र महतो के गांव की है, इसलिए भी यह घटना सुर्खियों में है। दूसरी ओर बगैर जमीन मापी कराए और बगैर नोटिस दिए अचानक निर्माणाधीन और वह भी सरकारी आवास को पूरे तेवर के साथ वन रक्षियों के द्वारा बलपूर्वक तोड़ा जाना, आवास तोड़ने के समय वन रक्षियों का हेलमेट में होना एवं एक वन रक्षी के द्वारा पुलिस ड्रेस पहने होना आदि को लेकर भी तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। वन विभाग का कहना है कि वन भूमि में आवास का निर्माण कराया जा रहा था इसलिए उसे तोड़ा गया।

इसमें नोटिस देने का कोई प्रावधान नहीं है। वन विभाग का यह भी कहना है कि नक्शा के आधार पर पता लगाया गया है कि निर्माणाधीन आवास वन भूमि में है। सवाल यहां यह है कि तोड़े जाने के पूर्व जमीन की मापी कराकर वन भूमि चिन्हित क्यों नहीं की गई थी। आखिर अचानक और इतने तेवर के साथ हाथों से धक्का मारकर दीवार गिराने की क्या जरूरत पड़ गई थी। जब वन विभाग की ही जमीन में आवास का निर्माण किया जा रहा था तब आराम से जेसीबी लगाकर निर्माणाधीन मकान को ढाह दिये होते। वन विभाग ऐसा न कराकर इतनी जल्दबाजी में निर्माणाधीन अबुआ आवास तोड़ने के पीछे की कहानी कुछ और ही है। वन भूमि में बनी छावनी तोड़े जाने पर जताई गई आपत्ति से आग बबूला हो गए थे वन रक्षी निर्माणाधीन अबुआ आवास तोड़े जाने का वन रक्षियों का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें वे काफी तेवर में दिख रहे हैं। हिन्दुस्तान के इस प्रतिनिधि ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिजनों से इस संबंध में जानकारी ली तो एक नई बात भी सामने आई। पीड़ित परिजनों ने बताया कि रोड के सामने वन भूमि पर खूंटा- खंभा गाड़कर एस्बेस्टर सीट से छावनी बनाई गई थी। वन रक्षियों के द्वारा उसी छावनी को तोड़ा जा रहा था। तब परिजनों ने वन रक्षियों से सिर्फ यही कहा था कि अगल-बगल में और भी इस तरह की छावनी बनी हुई है उसे भी तोड़िए सिर्फ मेरा क्यों तोड़े हैं। इसी बात पर वन रक्षी आग बबूला गए और तेवर में आकर निर्माणाधीन अबुआ आवास को बलपूर्वक हाथों से धक्का मारकर तोड़ डाला।

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