केरेडारी के अवैध खदान में डूबे तीन लोगों का आठवें दिन भी कोई पता नहीं
केरेडारी थाना क्षेत्र के बारियातु-कंडाबेर के जंगल में अवैध कोयला खदान में लापता तीन लोगों का कोई पता नहीं चला है। ग्रामीण आठ दिन से पानी सूखाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बारिश के कारण समस्या बढ़ गई...

केरेडारी, प्रतिनिधि। केरेडारी थाना क्षेत्र के बारियातु-कंडाबेर के सीमा पर स्थित जंगल में अवैध कोयला की खदान में लापता तीन लोगों का आठ दिन बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है। लेकिन बीते बुधवार शाम से चार बडी मशीनें लगाकर पुनः ग्रामीण पानी सूखाने का प्रयास कर रहे है। गत 25 मई की रात अचानक बारिश होने के कारण अवैध खदान में पुनः पानी भर चुका है। जिसके कारण हजारीबाग उपायुक्त के निर्देश पर भेजे गए एनडीआरएफ़ के टीम वापस चले गए। साथ ही टीम के लोगों ने ग्रामीणों से कहा कि खदान के पानी सूखने के बाद हमलोगों को सूचना दे।
तब पुनः वापस आएंगे। 25 मई को पुनः खदान में पानी भरने के कारण पानी सूखाने वाली चार मशीन पानी मे डूब चुकी थी। जो मशीनें ग्रामीण निकाल चुके है। इस बाबत केरेडारी अंचलाधिकारी रामरतन वर्णवाल ने बताया कि खदान से पानी सूखने के बाद लापता लोगो का पता चल जाएगा। अब एनडीआरएफ़ की टीम को आने की आवश्यकता नहीं है। वही लापता नौशाद आलम के भाई कयूम अंसारी ने बताया कि हमलोग मशीन लगाकर पानी सूखाने के प्रयास कर रहे है। लेकिन बीच-बीच मे अचानक बारिश होने पर पुनः खदान में पानी भर जाता है। ज्ञात हो कि विगत 21 मई को उक्त अवैध खदान में अचानक बारिश होने से नदी के बाढ़ का पानी घुस रहा था। उसी क्रम में कंडाबेर गांव के प्रमोद साव,उमेश साव एवं नौशाद आलम पानी मशीन निकालने के क्रम में खदान में डूब गए है।
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