मेहनत और कर्मठता का कोई विकल्प नहीं: डीसी
अमड़ापाड़ा में रविवार को बीजीआर कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षित छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। कार्यक्रम में 56 व्यक्तियों को...

अमड़ापाड़ा। एसं बीजीआर कौशल विकास केंद्र में रविवार को सीएसआर के तहत पीसीएमपीएल एवं बीजीआर माइनिंग एन्ड इंफ्रा लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डीटीओ संजय पीएम कुजूर शामिल हुए। कार्यक्रम में सीएसआर के तहत पीसीएमपीएल के द्वारा एक एम्बुलेंस को जिला प्रशासन को सौंपा गया। एम्बुलेंस को उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा फीता काटकर उद्घाटन किया गया। वहीं कार्यक्रम से पूर्व उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा बारी-बारी से सिलाई, कम्प्यूटर एवं ड्राइविंग कक्षा में बच्चों से मिलकर वार्ता किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन उपस्थित पदाधिकारियों को वृक्ष देकर एवं संयुक्त रूप से दीप प्रजवल्लित कर किया गया। उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि हमसब कंपनी एवं पदाधिकारी अस्थायी है। कंपनी आएंगी-जाएंगी लेकिन आप यहीं रहेंगे। अमड़ापाड़ा-पाकुड आपका है आप यही रहेंगे। आप यहां पर प्रशिक्षण ले। मेहनत और कर्मठता का कोई विकल्प नहीं है। आप जिन जिन लोगों को आज सफल देख रहे है। उसके पीछे की कहानी बहुत कठिन होती है। आपके सपनो का उड़ान में जितना रंग भरेंगे उतना आपके आने वाला भविष्य बेहतर रहेगा। उन्होंने सिलाई प्रशिक्षित युवतियों को पुलिस ड्रेस कोड, नर्स ड्रेस कोड सहित अन्य ड्रेस तैयार कर रोजगार करने का सुनहरा अवसर बनाए। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि यहां कोल कंपनी के द्वारा युवाओं को कौशल विकास केंद्र के माध्यम से प्रशिक्षण दे रहे है। जिसमें कम्प्यूटर, ड्राइवर, सिलाई जैसे प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए पीसीएमपीएल एवं बीजीआर को तमाम पदाधिकारियों को शुक्रिया देना चाहते है। आपके द्वारा सहरानीय कार्य किया जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित युवाओं को गाड़ी चलाते समय यातायात नियमों का पालन अवश्य करें। उन्होंने कहा कि सिलाई का प्रशिक्षण काफी नहीं होता आगे प्रशिक्षित युवती अपनी कौशल को बढ़ा सकती है। जिसमें यहां एक भी पुलिस वर्दी सिलाई सेंटर नहीं है। इसपर काम कर वो आगे बढ़ सकती है। चूंकि पुलिस विभाग में जितने भी कार्यरत है। वे बाहर से अपनी वर्दी खरीद कर लाते है। वहीं डीटीओ ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षित युवाओं को प्रमाणपत्र देने एवं परिसम्पतियों का वितरण किया जा रहा है। मौके पर बीजीआर के संजय बेसरा, एसडीपीओ विजय कुमार, सीओ औसाफ अहमद खां, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अनूप रौशन भेंगरा मौजूद थे। 56 व्यक्तियों के बीच बांटा गया प्रमाण पत्र : ड्राइविंग का प्रशिक्षण पूरा करने पर जितेंद्र कुमार दास, सोनू संजय सोरेन सहित अन्य 56 व्यक्तियों को प्रमाण पत्र दिया गया। वहीं सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण पूरा करने पर सुरुज हांसदा, सुजाता मुर्मू, संतोशीला टुडू, फुलमनी टुडू सहित 69 महिला-पुरुष और कंप्यूटर का प्रशिक्षण पूरा करने वाले अविनाश टुडू, बाबूराम टुडू, सोम किस्कू, सान्या मरांडी सहित 62 लोगों को प्रमाणपत्र दिया गया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।