Successful Surgery of Ruptured Uterus at Medini Rai Medical College Hospital एमआरएमसीएच में पहली बार हुआ फटे हुए बच्चेदानी का सफल ऑपरेशन, Palamu Hindi News - Hindustan
Hindi NewsJharkhand NewsPalamu NewsSuccessful Surgery of Ruptured Uterus at Medini Rai Medical College Hospital

एमआरएमसीएच में पहली बार हुआ फटे हुए बच्चेदानी का सफल ऑपरेशन

मेदिनीनगर के मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहली बार एक महिला के फटे हुए बच्चेदानी का सफल ऑपरेशन किया गया। गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ सरनी सागन दहंगा के नेतृत्व में टीम ने जटिल केस को संभाला। महिला की...

Newswrap हिन्दुस्तान, पलामूWed, 21 May 2025 02:24 AM
share Share
Follow Us on
एमआरएमसीएच में पहली बार हुआ फटे हुए बच्चेदानी का सफल ऑपरेशन

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। शहर के मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमआरएमसीएच) में पहली बार एक महिला के फटे हुए बच्चेदानी का सफल ऑपरेशन किया गया। गाइनोकोलॉजिस्ट विभाग ने विभागाध्यक्ष डॉ सरनी सागन दहंगा के नेतृत्व में इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। टीम में सहयोगी के रूप में सर्जरी से डॉक्टर डॉ लवली, डॉ कादिर परवेज, डॉ आम्रपाली, एनेस्थीसिया से डॉ सुष्मिता सोरेन एवं डॉ प्रीती शामिल रही। गढ़वा जिले के धुरकी प्रखंड के करवा पहाड़ गांव निवासी एक महिला गर्भवती थी। उसके पेट में ही बच्चे की मौत हो गई थी। गढ़वा के सदर अस्पताल से उसे एमआरएमसीएच में रेफर किया गया थे।

केस बहुत गंभीर था। एमआरएमसीएच में मंगलवार की सुबह 7 बजे मरीज को भर्ती किया गया था। गाइनोकोलॉजी के विभागाध्यक्ष ने बताया कि मरीज की स्थिति बहुत खराब थी। यहां आने के पहले ही पेट में बच्चा मर चुका था। बच्चेदानी फटी हुई थी। मृत बच्चे को निकालने के बाद पाया गया कि पेशाब की थैली भी पूरी तरह फटी हुई है। करीब डेढ़ डंटे के सफल ऑपरेशन के बाद बच्चेदानी और पेशाब की थैली की मरम्मत की गई। इससे महिला को बचाने में सफलता मिली। विभागध्यक्ष ने बताया कि एमआरएमसीएच में पहली बार ऐसे गंभीर केस का सफल ऑपरेशन किया गया है। सहयोग के लिए वे पूरी टीम का आभारी है। डॉ लवली ने बताया कि महिला की स्थिति बेहद खराब थी मगर एमआरएमसीएच की टीम ने हाइ रिस्क के साथ अपने कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यहां से रांची रेफर करना बेहद मुश्किल था क्योंकि मरीज 4 घंटे तक इंतजार करने की स्थिति में कतई नहीं थी। अंततः सफल ऑपरेशन संपन्न हुआ। महिला फ़िलवक्त सुरक्षित है, मगर इन्फेक्शन के डर को देखते हुए लगातार फॉलो किया जा रहा है। गाइनोकोलॉजिस्ट विभाग की इस सफलता पर अधीक्षक डॉ अजय कुमार ने जटिल सर्जरी में शामिल सभी डॉक्टरों को बधाई दिया और आम मरीजों के हित में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने एमआरएमसीएच के लिए इसे बड़ी उपलब्धि बताया। साथ ही उन्होंने अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज का आश्वासन दिया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।