22 girls were forced to work in Tamil Nadu the government returned home तमिलनाडु में 22 लड़कियों से जबरन करा रहे थे काम, सरकार ने कराई घर वापसी, Ranchi Hindi News - Hindustan
Hindi NewsJharkhand NewsRanchi News22 girls were forced to work in Tamil Nadu the government returned home

तमिलनाडु में 22 लड़कियों से जबरन करा रहे थे काम, सरकार ने कराई घर वापसी

तमिलनाडु में लॉकडाउन का फायदा उठा कर झारखंड की 22 लड़कियों से जबरन सिलाई और कटाई काम कराया गया। इन्हें छह महीने से अपने घर झारखंड वापस लौटने की चाह थी, लेकिन कन्याकुमारी स्थित युनिसोर्स ट्रेंड इंडिया...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीSun, 11 Oct 2020 08:00 PM
share Share
Follow Us on
तमिलनाडु में 22 लड़कियों से जबरन करा रहे थे काम, सरकार ने कराई घर वापसी

तमिलनाडु में लॉकडाउन का फायदा उठा कर झारखंड की 22 लड़कियों से जबरन सिलाई और कटाई काम कराया गया। उन्हें छह महीने से अपने घर झारखंड वापस लौटने की चाह थी, लेकिन कन्याकुमारी स्थित युनिसोर्स ट्रेंड इंडिया कंपनी प्रबंधन उनकी बातों को अनसुना करता रहा। उनसे ओवर टाइम कराया। यहां तक की लड़कियों की अपने अभिभावकों से बामुश्किल बात हो पाती थी।

जब व्यक्तिगत रूप से सफलता नहीं मिली, तब लड़कियों के अभिभावकों ने श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता से संपर्क किया। मंत्री के आदेश पर राज्य प्रवासी श्रमिक नियंत्रण कक्ष रांची ने स्थानीय एनजीओ की मदद से संबंधित कंपनी से संपर्क किया और सभी लड़कियों की सफल वापसी कराई। ये लड़कियां रविवार सुबह दिल्ली के रास्ते रांची पहुंची हैं।

राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के प्रभारी जॉनसन टोपनो ने बताया कि 22 में से एक लड़की दिल्ली में अपने काम से रुक गई, बाकी 21 लड़कियां राजधानी एक्सप्रेस से रविवार सुबह रांची पहुंच गई हैं। उन्होंने बताया कि अब तक नौ लाख से अधिक प्रवासी झारखंड लौट चुके हैं। लौटने की इच्छा जाहिर करने वालों का सिलसिला अब भी जारी है। टोपनो के मुताबिक श्रम मंत्री के आदेश पर कंट्रोल रूम रांची की अगुवाई में झारखंड के पांच जिलों रांची, गुमला, सिमडेगा, लातेहार की रहने वाली लड़कियों की सकुशल वापसी कराई गई है। ये लड़कियां सिलाई-कटाई का काम कन्याकुमारी में वन्जीपल्याम, मंगलम, अविनासी, तिरुपुर, तमिलनाडु स्थित युनिसोर्स ट्रेड इंडिया में कर रही थीं।

ऐसे तय हुआ सफर :

पूरे लॉकडाउन के दौरान उन्हें झारखंड आने नहीं दिया गया और बीमार होने के बावजूद उनसे काम लिया जा रहा था। लड़कियों को श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के पदाधिकारियों और झारखंड प्रवासी नियंत्रण कक्ष रांची ने कंपनी और अन्य राज्यों के स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ समन्वय किया। संस्थाओं ने इनके लिए टिकट, खाने पीने और पॉकेट खर्च का प्रबंध किया। बोर्डिंग स्टेशनों पर भोजन, फल, पानी आदि का इंतजाम किया। विभिन्न राज्यों के एनजीओ से समन्वय करके लड़कियों को ट्रेन के माध्यम से तिरुपुर से चेन्नई, चेन्नई से दिल्ली और दिल्ली से रांची लाया गया। रांची से अपने जिलों के लिए इन लड़कियों के लिए बस का प्रबंध किया गया। रांची स्टेशन पर लड़कियों ने झारखंड सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि झारखंड वापस लौट कर उन्हें बहुत खुशी हो रही है।

फंसे प्रवासी इन नंबरों पर करें संपर्क :

0651-2490055, 0651-2490058, 0651-2490083, 0651-2490092, 0651-2490104, 0651-2490125, 0651-2490127, 0651-2490128, 0651-2490037, 0651-2490052

व्हाट्सएप नंबर :

9470132591, 9431336427 , 9431336398, 9431336472, 9431336432

कोट :

श्रम विभाग विभिन्न राज्यों में फंसे झारखंड़ियों की लगातार मदद कर रहा है। बचे हुए फंसे प्रवासी मजदूरों और लोगों को लाने के लिए सरकार आगे भी सक्रिय रहेगी। - स्त्यानंद भोक्ता, श्रम मंत्री

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।