बकाया भुगतान नहीं करने पर एचईसी के सीएमडी का चैंबर-कार्यालय अटैच
रांची में एचईसी के सीएमडी कार्यालय को 10 साल से बकाया बिल की वसूली के लिए अटैच किया गया। यह कार्रवाई विशेष न्यााधीश चंद्रभानु कुमार के आदेश पर की गई है। दयाचंद इंजीनियरिंग इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड...

रांची, संवाददाता। 10 साल से बकाया बिल की वसूली करने के क्रम में बुधवार को एचईसी के सीएमडी के कार्यालय और चैंबर को अटैच किया गया। यह कार्रवाई कॉमर्शियल कोर्ट के विशेष न्यााधीश चंद्रभानु कुमार की अदालत के आदेश के आलोक में की गई है। इससे पूर्व कॉमर्शियल कोर्ट में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की एक कंपनी दयाचंद इंजीनियरिंग इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 2022 में एग्जीक्यूशन मुकदमा दर्ज कराया गया। इसमें कोर्ट से कहा गया कि आर्बिट्रेटर द्वारा दिए गए फैसले का पालन एचईसी द्वारा नहीं किया जा रहा है। इसलिए, एचईसी की चल-अचल संपत्ति को अटैच करने का आदेश दिया जाए। मालूम हो कि वर्ष 2015 में एचईसी द्वारा दयाचंद इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को वेल्डिंग रॉड की आपूर्ति करने का कार्यादेश दिया गया था। कार्यादेश का पालन करते हुए यूपी की मुजफ्फरनगर की उक्त कंपनी ने एचईसी को वेल्डिंग रॉड की सप्लाई कर दी। लेकिन, एचईसी द्वारा बिल्डिंग रॉड की कीमत का भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद कंपनी दयाचंद इंजीनियरिंग इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड ने आर्बिट्रेटर के समक्ष आपूर्ति किए गए रॉड की कीमत 22 लाख 83 हजार 612 रुपए की राशि की वसूली को लेकर मुकदमा दर्ज कराया।
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