जनजातीय परंपराओं में प्रकृति प्रेम की सीख : प्रभाकर
आजसू बुद्धिजीवी मंच ने झारखंड में पर्यावरण दिवस मनाया। मुख्य अतिथि प्रवीण प्रभाकर ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने वृक्षारोपण, जल संरक्षण और प्लास्टिक हटाने का नारा दिया। भारतीय...

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। आजसू बुद्धिजीवी मंच द्वारा गुरुवार को राज्य भर में पर्यावरण दिवस मनाया गया। मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि धरती माता को बचाना है, तो पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें। हमारी गलतियों से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है, लेकिन हम संभल नहीं रहे। उन्होंने वृक्ष लगाओ, जल बचाओ, प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ का नारा दिया। कहा कि पर्यावरण बचेगा, तभी हम स्वस्थ रह पाएंगे। भारतीय संस्कृति में पर्यावरण रक्षा का सूत्र निहित है। जैसे कि पीपल और तुलसी की पूजा में पर्यावरण रक्षा की भावना जुड़ी है। सरहुल, सोहराय, टुसू एवं करमा जैसे पर्व भी पर्यावरण रक्षा का संदेश देते हैं।
झारखंड के जनजातीय समुदायों की परंपराओं से भी पर्यावरण प्रेम की सीख लेने की आवश्यकता है। बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष पूर्व डीडीसी डोमन सिंह मुंडा ने कहा कि हमारी संस्कृति हमें पर्यावरण संरक्षण की सीख देती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर औषधीय पौधों का रोपण तथा वितरण किया गया। इस अवसर पर मंच उपाध्यक्ष प्रो मुकुंद चंद्र मेहता, केंद्रीय सचिव हरीश कुमार, आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा, अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह, तपन कुमार, राजू साहू, रामप्रसाद, अजीत कुमार, मनोरंजन कुमार, शिव सागर आदि उपस्थित थे।
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