झारखंड में सालभर में फ्लाईओवर और स्मार्टरोड सहित 2080 किमी सड़क बनी, घनत्व बढ़ा
सड़क नेटवर्क को और बेहतर बनाने के लिए चालू वित्त वर्ष में 5900 करोड़ खर्च होंगे, गांव और शहर के बीच बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा

रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो झारखंड में वित्तीय वर्ष 2020-21 से लेकर 2024-25 के बीच सड़क निर्माण की दिशा में बड़ी छलांग देखी गई है। हेमंत सरकार ने राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले एक साल के दौरान प्रतिदिन 5.69 किलोमीटर की रफ्तार से 2080 किलोमीटर सड़क बनाई। इसमें नई सड़क, चौड़ीकरण, मजबूतीकरण, ग्रामीण सड़क को पथ निर्माण में शामिल करके राइडिंग क्वालिटी में सुधार, पुनर्निर्माण, पुल का निर्माण शामिल है। इस प्रकार 43 सड़क परियोजनाओं पर वाहन रफ्तार भरने लगे हैं। सड़क नेटवर्क को और बेहतर बनाने के लिए चालू वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान 5900 करोड़ खर्च किए जाएंगे। पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशानुसार गांव और शहर के बीच बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
उच्च गुणवत्ता के साथ सड़कों का निर्माण जारी है। आने वाले दिनों में झारखंड के पड़ोसी राज्यों से तीव्र कनेक्टिविटी के लिए एक्सेस कंट्रोल सड़कों, फ्लाईओवर व हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। राज्य सरकार ने शहरी-प्राथमिक ढांचागत परियोजनाओं के अंतर्गत पिछले कुछ समय के दौरान सिरमटोली-मेकॉन एलिवेटेड कॉरिडोर जो अपने-आप में इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन उदाहरण है, के साथ कई उल्लेखनीय सड़कों का निर्माण पूरा किया है। इनमें राजधानी रांची और औद्योगिक जिले धनबाद से लेकर सीमावर्ती जिलों तक कई महत्वपूर्ण सड़क मार्गों और फ्लाईओवरों का निर्माण शामिल है। राजधानी में फ्लाईओवर और स्मार्ट रोड रांची में सरमाटोली चौक से मेकॉन तक 2.34 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनकर तैयार हो चुका है। यह न सिर्फ ट्रैफिक को सुगम बनाएगा, बल्कि राजधानी के मध्यवर्ती क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी देगा। साथ ही, बिरसा चौक से धुर्वा तक 4.10 किमी लंबे स्मार्ट रोड से शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया है। धनबाद को नई पहचान धनबाद जिले में कक्को-विनोद बिहारी चौक-गोल बिल्डिंग होते हुए मेम्को मोड़ तक 20 किमी लंबी 8-लेन सड़क, सर्विस लेन, साइकिल ट्रैक और सौंदर्यीकरण के साथ पूरी की गई है। इससे क्षेत्र में यातायात की सुगमता के साथ-साथ नागरिकों को पर्यावरणीय सुविधा भी मिली है। दुमका में ऐतिहासिक ब्रिज निर्माण दुमका जिले में मयूराक्षी नदी पर 2340 मीटर लंबा हाईलेवल ब्रिज बनाकर मुराबहाल (एयरपोर्ट रोड) को मक्रामपुर (सिंगरी-हर्क्को रोड) से जोड़ दिया गया है। इससे दो जिलों के बीच की दूरी कम हो गई है और परिवहन समय में भी कटौती हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में 500 किमी से ज्यादा सड़कें बनीं गढ़वा : बिलासपुर से धुर्की (31.60 किमी) खूंटी : अरकी-बिरबांकी-बंडगांव (30.78 किमी) देवघर : करों-कर्माटांड मार्ग (30.15 किमी), सरठ-चित्रा रोड (27.50 किमी) गुमला : सिसई-घाघरा रोड (28.03 किमी) हजारीबाग : चुरूचू-हत्यारी मोड़ (30.03 किमी) गिरिडीह : खतगडीहा-लाटकी-चत्रो मार्ग (34.80 किमी) साहेबगंज : सिमरा-बोरियाजोर (22.82 किमी), बारहेट-बरहरवा (21.00 किमी) दुमका : गोड्डा-रामगढ़-गुहियाजोरी (30.67 किमी), नोनीहाथ-बसुकिनाथ-कैराबनी (28.59 किमी) इन सड़कों ने न सिर्फ आवागमन को आसान बनाया है, बल्कि गांवों को बाजार, स्कूल और अस्पतालों से जोड़ा है, जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिली है। झारखंड में सड़क झारखंड में प्रति 1000 वर्ग किलोमीटर में 169 से बढ़कर 186.69 किमी पथ निर्माण विभाग के पथ (राजकीय राजमार्ग, मुख्य जिला पथ एवं अन्य सड़क) एवं 43.92 किमी (कुल लम्बाई-3500 किमी) राष्ट्रीय उच्च पथ की उपलब्धता है। राजकीय राजमार्गों, मुख्य जिला एवं अन्य जिला पथों का क्षेत्रवार घनत्व, राष्ट्रीय औसत घनत्व 500.84 किमी प्रति 1000 वर्ग किमी से काफी कम है। राज्य में पथों की लम्बाई (राष्ट्रीय उच्च पथ एवं ग्रामीण पथ छोड़कर) 14879.00 किमी है, जबकि इस श्रेणी के पथों की कुल राष्ट्रीय लम्बाई 16,46,558 किमी से अधिक है।
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