उच्च शिक्षण संस्थानों में पशु कल्याण समितियों का होगा गठन
रांची में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में नैतिक और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए पशु कल्याण समितियों का गठन होगा। यूजीसी ने संस्थानों को पशु कल्याण और जागरूकता कार्यक्रमों...

रांची, विशेष संवाददाता। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों में नैतिक, मानवीय और संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए इन संस्थानों में पशु कल्याण समितियों का गठन होगा। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को इसके गठन और सामुदायिक पहुंच, इंटर्नशिप, रिसर्च फेलोशिप प्रोजेक्ट आदि को बढ़ावा देने की सलाह दी है। पशु कल्याण सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) का एक अभिन्न अंग है। विशेष रूप से एसडीजी 12 (जिम्मेदार उपभोग), एसडीजी 13 (जलवायु कार्रवाई), एसडीजी 15 (भूमि पर जीवन) और एसडीजी 3 (अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण) शामिल हैं। इस दृष्टिकोण के अनुरूप, उच्च शिक्षण संस्थान पशुओं के संरक्षण और कल्याण के लिए अपने संस्थानों में पशु कल्याण समितियों (एडब्ल्यूएस) की स्थापना पर विचार कर सकते हैं।
पशु कल्याण पहलों में युवाओं को शामिल करने से उनके व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा मिल सकता है, उनके शैक्षणिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है। पशु कल्याण समितियां जागरुकता और शिक्षा कार्यक्रम चलाएंगी। इसके तहत पशु संरक्षण कानून, पर्यावरण नैतिकता, रोग और पशु देखभाल में सर्वोत्तम प्रथाओं पर व्याख्यान, कार्यशालाएं और फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी। कैंपस आधारित पहल में सुरक्षित पशु आहार क्षेत्रों का निर्माण, संकट में पशुओं के लिए प्राथमिक चिकित्सा प्रतिक्रिया दल और स्थानीय पशु चिकित्सालयों या आश्रयों के साथ साझेदारी की जाएगी।
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