हमेशा अच्छे लोगों के साथ ही बुरा क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की 5 चौंकाने वाली वजह
अच्छे लोगों के साथ ही बुरा क्यों होता है? ये सवाल कहीं ना कहीं हम सभी के मन में होता है। अब कोई ठोस और सीधा-सीधा कारण खोजना तो मुश्किल है लेकिन हां इसके पीछे कुछ दिलचस्प वजह जरूर हो सकती हैं।

जिंदगी में कभी ना कभी आपने किसी को देखकर ये जरूर सोचा होगा कि ये तो इतने अच्छे इंसान हैं, फिर हमेशा इनके साथ ही बुरा क्यों होता है? हो सकता है आपने खुद भी ये महसूस किया हो कि आपको अच्छाई के बदले हमेशा बुराई ही मिली है। ये सवाल कहीं ना कहीं हम सभी के मन में होता है। सवाल से भी ज्यादा ये एक गहरा दुख और कन्फ्यूजन पैदा करने वाला मामला है। लोगों का अच्छाई पर से विश्वास उठाने वाला मामला है। आखिर ऐसा क्यों होता है, क्या आपने कभी सोचा है? अब कोई ठोस और सीधा-सीधा कारण खोजना तो मुश्किल है लेकिन हां इसके पीछे कुछ दिलचस्प वजह जरूर हो सकती हैं। चलिए इन्हीं के बारे में जानते हैं।
अच्छे लोग रखते हैं ज्यादा उम्मीदें
जो लोग खुद अच्छे होते हैं, वो दूसरों से भी वैसी ही अच्छाई की उम्मीदें करते हैं। जितना प्यार, सम्मान, इज्जत, ईमानदारी के साथ वो लोगों से पेश आते हैं, उन्हें लगता है कि सामने वाला इंसान भी वैसा ही करेगा। बस यहीं वो अक्सर मात खा जाते हैं। जब सामने वाला ठीक उलट बर्ताव करता है, तो उनके दिल को ठेस पहुंचती है। कई बार तो अपने सरल बर्ताव के कारण वो धोखा भी खा बैठते हैं। बस यहीं उन्हें लगने लगता है कि अच्छाई दे कर भी ना जानें क्यों उन्हें बुराई ही मिलती है।
भावनाओं में बह जाते हैं अच्छे लोग
अच्छे लोग काफी इमोशनल होते हैं। जब ये किसी की मदद करने पर आते हैं तो अक्सर अपनी सीमाएं भूल जाते हैं और दिल खोलकर सामने वाले की मदद कर देते हैं। इनकी गलती सिर्फ यही होती है कि ये सामने वाले में भी वही प्यार और सपोर्ट खोजते हैं, जैसा ये उन्हें देते हैं। लेकिन दुनिया सिर्फ अच्छे लोगों से तो बनती नहीं। मतलबी और धोखेबाज लोगों से जब इनका पाला पड़ जाता है, तो वो इन्हें अंदर से तोड़ देते हैं।
'ना' नहीं बोल पाते
कुछ लोग इस वजह से भी पिस कर रह जाते हैं क्योंकि उन्हें 'ना' बोलना ही नहीं आता। ये लोग दिल के इतने साफ होते हैं कि इन्हें लगता है कि ऐसा कर के कहीं वो सामने वाले को हर्ट ना कर दें। बस इसी के चलते लोग इनका इस्तेमाल आसानी से कर लेते हैं और ये कुछ खास कर भी नहीं पाते। लोगों को खुश रखने के चक्कर में इतना पिस जाते हैं कि फिर पछताने के सिवाय कुछ नहीं बचता। इसलिए प्रैक्टिकल लाइफ में इतना सेंसेटिव और सॉफ्ट होना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। अपने आसपास एक बाउंड्री सेट करना बेहद जरूरी है।
सिद्धांतों के साथ नहीं करते समझौता
अच्छे लोगों के कुछ सिद्धांत होते हैं और वो उनके मुताबिक ही अपनी जिंदगी जीना पसंद करते हैं। चाहे कितनी परेशानियां आ जाएं लेकिन ये लोग अपने इन सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते। इनके लिए अपने मोरल सबसे ऊपर होते हैं। हालांकि लाइफ तो कभी फेयर होती नहीं। ऐसे में जब कोई मुश्किल आती है, तब भी ये लोग कोई शॉर्ट कट नहीं लेते। इनकी यही अच्छाई कई बार इनपर भारी पड़ जाती है और उन्हें बाकी लोगों की तुलना में ज्यादा स्ट्रगल करना पड़ता है।
ओवरथिंकर होते हैं अच्छे लोग
अच्छे लोग अक्सर काफी सेंसेटिव होते हैं। इसी वजह से ये छोटी-छोटी चीजों पर भी घंटों सोचने लगते हैं। हर छोटी बात को भी ये दिल पर ले लेते हैं, जिस वजह से ये काफी जल्दी हर्ट हो जाते हैं। जो बातें शायद किसी और के लिए इतनी मायने ना रखती हों या वो उनपर इतना सोचे भी ना, इन लोगों के लिए वही बातें बहुत बड़ी हो जाती हैं। इस इमोशनल ओवरलोड की वजह से कई बार छोटी मुसीबतें भी इनके लिए काफी बड़ी हो जाती हैं।
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