अगर आपसे नहीं हो रहा तो सेना को सौंप दें यह काम; विजय शाह मामले में कांग्रेस की सरकार से बड़ी मांग
सिंघार ने कहा कि भाजपा को अपने नेताओं पर लगाम कसनी चाहिए औऱ अगर लगाम नहीं कस पा रहे तो उनकी ट्रेनिंग कराएं ताकि उनके मुंह से ऐसे बयान दोबारा न निकल सकें।

मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कैबिनेट मंत्री विजय शाह से जुड़े मामले को लेकर शनिवार को सरकार पर तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सरकार अगर लापता मंत्री को नहीं ढूंढ पा रही है तो यह काम सेना को सौंप देना चाहिए। सिंघार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश सरकार अगर लापता मंत्री विजय शाह को नहीं पकड़ पा रही तो यह काम सेना को सौंप दिया जाए, वो इसे बखूबी कर देगी। उन्होंने कहा कि सरकार के जिम्मेदार लोगों को बखूबी पता होगा कि उनके मंत्री कहां हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से सरकार द्वारा उन्हें बचाने की कोशिश हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 'चाहे विजय शाह हों या फिर उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, दोनों ने महिला और सेना का अपमान किया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व चुप है। सीधे तौर पर ये उनकी मौन स्वीकृति है। उन्होंने कहा कि भाजपा कानूनी कार्रवाई सिर्फ निर्दोष जनता पर करती है, अपने बेलगाम नेताओं पर नहीं। गलत बयान देने वाले भाजपा के नेताओं को सजा नहीं सुरक्षा देती है।'

सिंघार ने कहा कि भाजपा को अपने नेताओं पर लगाम कसनी चाहिए औऱ अगर लगाम नहीं कस पा रहे तो उनकी ट्रेनिंग कराएं ताकि उनके मुंह से ऐसे बयान दोबारा न निकल सकें।
वहीं पाकिस्तान में आतंकवाद को उजागर करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गठित करने पर प्रतिक्रिया देते हुए उमंग सिंघार ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में बात करने के लिए 40 सांसदों को भेजने से पहले, मैं सरकार को सुझाव दूंगा कि पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों के परिजनों से बात करें। क्या उन्हें लगता है कि ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा? यह भाजपा की सफलता नहीं है। जो कुछ भी किया गया, वह सशस्त्र बलों ने किया। भाजपा नेता भारतीय सेना का अपमान करते हैं। इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान को दो हिस्सों में विभाजित किया था। तो क्या भाजपा पीओके नहीं ले सकती?'