सामान रखा और चेक इन किए बिना ही चला गया कपल, इंदौर केस में होटल मैनेजर का खुलासा; सोनम अब भी लापता
अगर वे होटल में नहीं रुके तो राजा के शव के पास जो बैग मिले वह कैसे होटल से बाहर गए। दोनों ही बातों में कई विरोधाभास हैं। लेकिन अभी भी पुलिस सिर्फ जांच की बात कर रही हैं।

इंदौर से मेघालय हनीमून के लिए गया कपल इतनी बड़ी घटना का शिकार हो जाएगा, इसका अंदाजा शायद किसी को नहीं था। राजा की हत्या हो चुकी है जबकि सोनम अभी लापता है। यह कपल 23 मई को लापता हुआ था। सोनम का भाई गोविंद उसे रोज खोज करने क एलिए रात दिन एक कर रहा हैं। लेकिन उसकी कोई खबर नहीं लग रही हैं। इस बीच होटल मैनेजर ने शिलॉन्ग पहुंचे पत्रकार को बताया कि उस दिन वे अपना लगेज रख कर निकल गए थे। वो होटल में आए ही नहीं। होटल में उन्होंने कमरे के लिए पूछा लेकिन चेक इन नहीं किया। घूमने का कह कर वे दोनों गाड़ी से निकल गए थे। लेकिन 5 दिनों तक वो नहीं लौटे। अब ऐसे सवाल उठता है कि अगर वे होटल में नहीं रुके तो राजा के शव के पास जो बैग मिले वह कैसे होटल से बाहर गए। दोनों ही बातों में कई विरोधाभास हैं। लेकिन अभी भी पुलिस सिर्फ जांच की बात कर रही हैं।
23 मई से लापता कपल में से 11 दिन बाद राजा का शव 2 जून को एक खाई में क्षत-विक्षत हालत में मिला था, जबकि उनकी पत्नी अब तक लापता है। वहीं शिलांग के करीब मावलाखियात इलाके में गाइड का काम करने वाले अल्बर्ट पीडी ने हाल ही में बताया था कि उसने इस जोड़े को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ 23 मई की सुबह करीब 10 बजे नोंग्रियात से मावलाखियात तक 3,000 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था। अल्बर्ट ने बताया कि वह उस दंपति को पहचानता है, क्योंकि उनके लापता होने से एक दिन पहले उसने उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सर्विस देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था और एक दूसरा गाइड को नियुक्त कर लिया था।
चारों पुरुष आगे चल रहे थे, महिला पीछे थी
अल्बर्ट ने कहा, 'चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही बोलना जानता हूं।' अल्बर्ट ने कहा कि 'मैंने 22 मई को उस कपल को नोंग्रियाट ले जाने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन वो भा-वान्साई नाम के एक अन्य गाइड से बात कर चुके थे। इसके बाद उन्होंने शिपारा होमस्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए।'
गाइड ने दावा किया, 'जब मैं मावलाखियात पहुंचा, तब तक उनका स्कूटर वहां नहीं था।' उसने अपना बयान पुलिस के पास भी दर्ज करा दिया है। इस नवविवाहित जोड़े ने जो स्कूटर किराये पर लिया था, वह मावलाखियात के पार्किंग स्थल से कई किलोमीटर दूर, सोहरारिम में पाया गया था, और उसमें चाबी भी लगी हुई थी।
खून से सने चाकू से लेकर रेनकोट तक, पुलिस को क्या-क्या मिला
बता दें कि राजा का क्षत-विक्षत शव 2 जून को वेइसाडोंग झरने के पास एक घाटी में पाया गया था। हालांकि उसके शरीर से सोने की अंगूठी और गले की चेन गायब थी, जिससे उसकी हत्या का शक गहराने लगा था। बाद में पीएम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई। एक दिन बाद, पास में ही खून से सना एक चाकू मिला और दो दिन बाद, दंपति द्वारा पहना गया एक रेनकोट के समान एक रेनकोट भी सोहरारिम और उस घाटी के बीच में मावक्मा गांव में पाया गया, जहां राजा का शव मिला था।
इस बीच सोनम के बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका है। ऐसे में उनके भाई गोविंद ने फिलहाल शिलांग में ही डेरा डाल रखा है। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार पर सोनम की तलाश के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने और उसकी तलाश ऐसे करने का आरोप लगाया, जैसे वह मर चुकी हो।
गोविंद ने कहा, 'हमें पूरा विश्वास है कि सोनम जिंदा है, लेकिन वे उसे ऐसे खोज रहे हैं जैसे वह मर चुकी हो।' इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से इस मामले की जांच में सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी से मदद लेने का आग्रह भी किया। उधर राज्य के मुख्यमंत्री कॉनराड संगना ने आश्वासन दिया है कि सरकार लापता महिला को खोजने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। फिलहाल NDRF, SDRF, पर्वतारोहियों की टीम खोजी कुत्तों और ड्रोन की मदद से सोनम की तलाश कर रही है।
सोनम के पिता देवीसिंह रघुवंशी ने मेघालय सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि सोनम का भाई गोविंद जो उसकी खोज में शिलांग गया हैं उसे भी जान का खतरा हैं। पिता ने शिलांग के कुछ होटल वालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि गोविंद कई दिनों से सोनम को खोज रहा हैं। लेकिन उसे होटल वाले सपोर्ट करने की बजाए उल्टा धमकी दे रहे हैं कि तुम शिलांग को बदनाम कर रहे हो।
रिपोर्ट-हेमंत नांगले