MP में जेल से इलाज के लिए लाए गए आरोपी के साथ पुलिसवालों की दारू पार्टी, 5 सस्पेंड
मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिसकर्मियों का जेल से हत्या के प्रयास में इलाज़ के लिए लाए गए आरोपी के साथ दारू पार्टी करते एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने तत्काल एक्शन लेते हुए पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए हैं।

मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिसकर्मियों का जेल से हत्या के प्रयास में इलाज़ के लिए लाए गए आरोपी के साथ दारू पार्टी करते एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस और बदमाशों के बीच गठजोड़ को लेकर सवाल उठ रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया जा रहा है। मामला उज्जैन के चरक अस्पताल में बने जेल वार्ड का बताया जा रहा है। मामले की जानकारी लगते ही उज्जैन एसपी ने प्रदीप शर्मा ने तत्काल एक्शन लेते हुए पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए हैं।
उज्जैन संभाग के सबसे बड़े अस्पताल चरक अस्पताल में बने जेल वार्ड का एक वीडियो सामने आया है। जहां एक ओर पुलिसवालों की वर्दी टंगी है तो दूसरी ओर आरोपी के साथ दारू पार्टी करते और ताश खेलते पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं। आरोपी और पुलिसकर्मियों की मौज-मस्ती का यह वीडियो वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि वीडियो फरियादी अनिल सिंदल के बेटे शुभम सिंदल ने बनाया है, जिसमें आरोपी अजय सिंदल चार पुलिसकर्मियों के साथ शराब पीते और ताश खेलते दिखाई दे रहे हैं। सभी पुलिसकर्मियों की वर्दी एक कोने में टंगी हुई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अजय सिंदल हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। उसे जेल से इलाज के बहाने अस्पताल लाया गया था। उस पर एक सितंबर 2024 को अपने चाचा अनिल सिंदल पर जानलेवा हमला करने का के स दर्ज है। बीएनएस की धाराओं 304 (2), 127 (1), 115 (2), 351 (2), 296 व 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया गया था। कोर्ट के निर्देश पर अजय को जेल भेजा गया था। 3 माह के भीतर दूसरी बार वह इलाज का बहाना बनाकर जेल से बाहर आया और चरक अस्पताल में भर्ती हो गया।
फरियादी शुभम सिंदल ने बताया कि अजय सिंदल को कोई गंभीर बीमारी नहीं है। वह दूसरी बार इलाज़ के लिए भर्ती हुआ। वह बदमाशों के जरिए समझौते का दबाव बना रहा है। इस दौरान वार्ड की निगरानी की तो पुलिसकर्मियों के साथ वह शराब पीता ओर ताश के पत्ते खेलता नजर आया तो वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। यदि दोष सिद्ध होता है तो बर्खास्तगी तक की कार्रवाई होगी। फिलहाल गार्ड अल्ताफ हुसैन, कांस्टेबल धर्मेंद्र मरमट, सुनील बिठोरे, लखन अहिरवार और सुनील परमार को सस्पेंड कर दिया गया है।