अजब-गजब मामला,20 लाख का लोन चुकाने के लिए सरपंच ने अपनी पंचायत को ही लीज पर दे दिया
हर पंचायत को अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए बजट मिलता है और सरपंच के पास ही पैसों का नियंत्रण होता है। अधिकारियों ने बताया कि गुना के बाहरी इलाके में,भोपाल से लगभग 220 किलोमीटर दूर,करोद पंचायत के लिए यह अजीबोगरीब नोटरीकृत समझौता 2022 में किया गया था।

मध्य प्रदेश के गुना में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां एक महिला सरपंच ने 20 लाख रुपये का कर्ज चुकाने के लिए अपनी पंचायत को ही लीज पर दे दिया। शर्त थी कि वह व्यक्ति सरपंच का कर्ज चुकाएगा। इसके बाद, इस पंचायत को एक नोटरीकृत हलफनामे के जरिए किसी तीसरे व्यक्ति को 'सौंप' दिया गया। मामला संज्ञान में आते ही प्रशासन ने सरपंच लक्ष्मी बाई को बर्खास्त कर दिया है।
हर पंचायत को अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए बजट मिलता है और सरपंच के पास ही पैसों का नियंत्रण होता है। अधिकारियों ने बताया कि गुना के बाहरी इलाके में,भोपाल से लगभग 220 किलोमीटर दूर,करोद पंचायत के लिए यह अजीबोगरीब नोटरीकृत समझौता 2022 में किया गया था। गुना के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट की जांच के बाद,जिला पंचायत अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने रणवीर सिंह कुशवाह नाम के एक स्थानीय निवासी के खिलाफ FIR दर्ज की है,जिसने कथित तौर पर सरपंच का कर्ज चुकाने का आश्वासन देकर पंचायत अपने कब्जे में ली थी और फिर इसे किसी तीसरे व्यक्ति को 'सौंप' दिया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार,शिकायत मिलने के बाद विस्तृत जांच की गई,जिसके बाद सरपंच और उनके साथ इस सौदे में शामिल व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की गई। गुना जिला पंचायत के सीईओ अभिषेक दुबे ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की। चूंकि पंचायत चुनाव 2022 में हुए थे,ऐसी अटकलें थीं कि लक्ष्मी बाई ने चुनाव लड़ने के लिए कर्ज लिया था,लेकिन FIR में इसका जिक्र नहीं है। सरपंच के पति,शंकर सिंह ने आरोपों से इनकार करते हुए फोन पर TOI को बताया,"हमने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। लक्ष्मी बाई को पद से हटा दिया गया है।"
टाइम्स ऑफ इंडिया के पास FIR की एक कॉपी है,जिसमें कहा गया है कि रणवीर ने सरपंच के साथ 100 रुपये के स्टांप पेपर पर एक हलफनामे के जरिए सौदा किया था,जिसे नोटरीकृत किया गया था। FIR में कहा गया है,"फोटोकॉपी की जांच से यह स्पष्ट होता है कि ग्राम पंचायत के कार्यों को संचालित करने के लिए सरपंच लक्ष्मी बाई और रणवीर के बीच एक समझौता हुआ था",हालांकि, FIR में यह नहीं बताया गया है कि 'टीएस लागत' क्या है।