एमपी में आंधी-पानी का सिलसिला जारी; भोपाल में रिमझिम तो उज्जैन-रीवा में तेज बारिश- 38 जिलों में अलर्ट
इससे पहले ग्वालियर, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हुई थी। इस बारिश के चलते 25 मई से शुरू हुए नौतपा पर भी लगाम लगती दिखी, जिसके चलते अधिकतम तापमान 42 डिग्री से अधिक नहीं हुआ।

मध्य प्रदेश में आंधी-पानी का दौर अभी भी जारी है। आज मंगलवार को उज्जैन, नीमच, मंदसौर और रीवा समेत राजधानी भोपाल में बारिश देखने को मिली। इससे पहले ग्वालियर, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हुई थी। इस बारिश के चलते 25 मई से शुरू हुए नौतपा पर भी लगाम लगती दिखी, जिसके चलते अधिकतम तापमान 42 डिग्री से अधिक नहीं हुआ।
आज मंगलवार को नीमच, उज्जैन, मंदसौर, खजूरी, रीवा और भोपाल में बारिश का दौर देखने को मिला। कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश के साथ पारा में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर-चंबल के 8 जिलों में आंधी की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है। इसके साथ ही राजधानी भोपाल समेत 38 जिलों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतुल, हरदा, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवली, मंडला, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में वज्रपात, झोकेदार हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने इन हिस्सों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश में प्री मानसून की एक्टीविटी होने लगी है। इस समय प्रदेश में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय हैं। इसके चलते कहीं तेज बारिश हो रही है तो कहीं तेज आंधी आ रही है। संभावना जताई गई है कि प्रदेश में 10 जून से मानसून की एंट्री हो जाएगी। तब तक ऐसे ही फुटकर हिस्सों में आंधी-पानी का दौर देखने को मिलता रहेगा।