No message will give news directly Uddhav Thackeray amid reports of alliance with brother Raj कोई संदेश नहीं, सीधे खबर देंगे; भाई राज से गठबंधन की चर्चाओं के बीच उद्धव ठाकरे, Maharashtra Hindi News - Hindustan
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कोई संदेश नहीं, सीधे खबर देंगे; भाई राज से गठबंधन की चर्चाओं के बीच उद्धव ठाकरे

Uddhav Thackeray: उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की पार्टियों के बीच में गठबंधन की खबरों ने महाराष्ट्र की राजनीति को गर्म कर रखा है। इस बीच उद्धव ठाकरे का कहना है कि इस मामले पर अब वह कोई संदेश नहीं सीधे खबर देंगे।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानFri, 6 June 2025 10:46 PM
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कोई संदेश नहीं, सीधे खबर देंगे; भाई राज से गठबंधन की चर्चाओं के बीच उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। कभी शिवसेना प्रमुख रहे बाला साहेब ठाकरे के लिए काम करने वाले दोनों भाई राज और उद्धव ठाकरे के एक बार फिर से साथ आने के कयास लगाए जा रहे हैं। अब इस मामले को लेकर उद्धव ठाकरे ने भाई राज ठाकरे के साथ जाने के विचार को हवा देते हुए कहा कि वह इस बारे में जल्दी ही कोई खबर देंगे।

ठाकरे बंधुओं के गठबंधन के सवालों पर बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,"महाराष्ट्र के दिल में जो होगा, वही होगा। शिवसैनिकों के दिलों में कोई भ्रम नहीं है। मनसे के मन में कोई भ्रम नहीं है। हम कोई संदेश नहीं देंगे सीधे खबर देंगे।"

आपको बता दें कि दोनों पार्टियों के गठबंधन को लेकर दोनों ही पक्षों की तरह से लगातार बयानबाजी की जा रही है। उद्धव ठाकरे का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ दिन पहले ही राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने कहा था कि गठबंधन सीधे संवाद के माध्यम से बनते हैं, जिसमें उन्होंने यह संकेत दिया था कि दोनों चचेरे भाईयों को आपस में बात करनी चाहिए।

अमित ठाकरे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, "गठबंधन मीडिया की खबरों या अखबारों की सुर्खियों से नहीं बनते। सीधा संवाद जरूरी है।" उन्होंने कहा कि ठाकरे भाईयों के साथ आने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक नासिक जिला प्रमुख डीजी सूर्यवंशी ने कहा कि मनसे द्वारा नए कार्यालय के उद्घाटन में स्थानीय पार्टी प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था, जिसक बाद सभी पार्टी प्रमुखों ने उसमें भाग लिया है। हालांकि गठबंधन पर क्या फैसला करना है यह सीनियर नेता तय करेंगे। ठाकरे परिवार को इस मामले में फैसला लेना है लेकिन हमने जमीनी स्तर पर इस बात को दिखाने की कोशिश की है कि हम इस स्थिति के लिए तैयार हैं।