You remove Aurangzeb grave, but must call Nitish and Chandrababu Naidu Uddhav Thackeray sharp jibe on BJP amid Row जरूर हटाइए 300 साल पहले मरे की कब्र, पर नीतीश-नायडू को भी बुला लेना; उद्धव ठाकरे ने क्यों कहा ऐसा, Maharashtra Hindi News - Hindustan
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जरूर हटाइए 300 साल पहले मरे की कब्र, पर नीतीश-नायडू को भी बुला लेना; उद्धव ठाकरे ने क्यों कहा ऐसा

उद्धव ने ने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर भाजपा सरकार औरंगजेब की कब्र हटाना चाहती है तो जरूर हटाए लेकिन दो साथियों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जरूर बुला ले।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईTue, 18 March 2025 10:02 PM
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जरूर हटाइए 300 साल पहले मरे की कब्र, पर नीतीश-नायडू को भी बुला लेना; उद्धव ठाकरे ने क्यों कहा ऐसा

मुगल शासक औरंगजेब और उसकी कब्र पर महाराष्ट्र में सियासी घमासान मचा हुआ है। सोमवार को ही औरंगजेब की कब्र हटाने के विवाद पर नागपुर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प , तोड़फोड़ और आगजनी हुई है। बजरंग दल समेत कई संगठन औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे, तभी दो समुदायों में हिंसक भिड़ंत हो गई। इस घटना के बाद राज्य में सियासत चरम पर है। पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे ने तंज कसा है और कहा है कि जो 300 साल पहले मर चुका, उस पर ऐसी राजनीति किस काम की।

हालांकि, उन्होंने चुटकी लेते हुए तंज कसा कि अगर भाजपा सरकार 300 साल पुरानी औरंगजेब की कब्र हटाना चाहती है तो जरूर हटाए लेकिन उस समारोह में अपने दो साथियों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जरूर बुला ले। उद्धव ने ऐसा कहकर भाजपा के उन दोनों साथियों (नीतीश और नायडू) पर भी तंज कसा है, जो मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करते रहे हैं लेकिन इस विवाद पर चुप्पी साधे हुए हैं। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ जेडीयू के अध्यक्ष भी हैं। बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जेडीयू को वोट करते रहे हैं।

गुजरात में पैदा हुआ, महाराष्ट्र में मरा औरंगजेब

ठाकरे ने भाजपा पर दूसरा प्रहार करते हुए कहा कि औरंगजेब वास्तव में गुजरात में पैदा हुआ था; उनका जन्म 1618 में गुजरात के दाहोद में हुआ था और मौत 1707 में महाराष्ट्र के भिंगर के पास हुई थी। उन्होंने कहा, औरंगजेब महाराष्ट्र को जीतने आया था, लेकिन वह महाराष्ट्र की मिट्टी का एक दाना भी नहीं जीत सका लेकिन महाराष्ट्र ने उसे मुट्ठी भर मिट्टी दी। ठाकरे ने कहा कि कोई भी शिव प्रेमी ऐसे औरंगजेब का समर्थन नहीं करेगा। इसलिए, अगर वे ऐसे औरंगजेब की कब्र को हटाने की बात कर रहे हैं, तो जरूर हटाएं।

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कौन लगता है औरंगजेब? ठाकरे ने पूछा

उन्होंने तंज कसा, "क्या डबल इंजन की सरकार सिर्फ बातें करने या विरोध करने के बजाय सिर्फ गुस्सा निकाल रही है? क्योंकि मुख्यमंत्री ने इस कब्र को हटाने में अपनी असमर्थता जता दी है। इसे केंद्र का संरक्षण प्राप्त है। यानी अगर केंद्र सरकार औरंगजेब की कब्र की रक्षा करने जा रही है, तो आपका औरंगजेब कौन है, मैं भाजपा और केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं।"

जूनियर ठाकरे का आरोप- महाराष्ट्र को मणिपुर बनाना चाहती है भाजपा

उद्धव ठाकरे की टिप्पणी को उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने भी दोहराया, जिन्होंने भाजपा पर राज्य सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए इस विवाद को अंजाम देने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर "महाराष्ट्र को मणिपुर बनाने" की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, "दुख की बात है कि जब भाजपा शासन नहीं कर पाती... तो वे हिंसा और दंगों का सहारा लेती है। आप मणिपुर को देखें... वे महाराष्ट्र को बिल्कुल वैसा ही बनाना चाहते हैं। वे 300 साल से भी पहले जीने वाले किसी व्यक्ति का इतिहास खोदने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे भविष्य... वर्तमान के बारे में नहीं बोलते।"