जिस बैंक में हुआ था नीरव मोदी वाला 13 हजार करोड़ का घोटाला, कैफे में बदल गई ब्रांच
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से जुड़े 13 हजार करोड़ के घोटाले वाले पीएनबी बैंक की शाखा को अब कैफे में तब्दील कर दिया गया है।

हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी से जुड़े करोड़ों डॉलर के घोटाले के लिए बदनाम पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा को एक कैफे में बदल दिया गया है। अब परिसर में ग्राहक आरामदायक कुर्सियों और आलीशान सोफे पर बैठकर और बैकग्राउंड में बज रहे हल्के संगीत के साथ गर्म जैविक कॉफी का आनंद लेते हैं। यह उस अराजकता के बिल्कुल विपरीत है जो उस समय फैली थी, जब दोनों ने बैंक को 13,000 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगाया था।
दक्षिण मुंबई के फोर्ट क्षेत्र में स्थित ब्रैडी हाउस भवन कभी देश में हुए सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में से एक का केंद्र था। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने मार्च 2011 से नवंबर 2017 के बीच बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा के अधिकारियों को रिश्वत देकर एलओयू और विदेशी ऋण पत्रों (एलएलसी) का उपयोग करके पीएनबी से कथित तौर पर 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की जनता की राशि हड़प ली।
दो हफ्ते पहले बेल्जियम में चोकसी की गिरफ्तारी के बाद ब्रैडी हाउस फिर से सुर्खियों में है, लेकिन इस शाखा का संचालन कुछ साल पहले फोर्ट में सर पी एम रोड स्थित पीएनबी हाउस में स्थानांतरित कर दिया गया था और परिसर को किराये पर दे दिया गया। यह घोटाला जनवरी 2018 में तब सामने आया, जब पीएनबी ने भारतीय रिजर्व बैंक को धोखाधड़ी की रिपोर्ट सौंपी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में शिकायत दर्ज कराई।
चोकसी और मोदी इससे पहले ही देश छोड़कर भाग चुके थे और सीबीआई तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस घोटाले की जांच की है। मार्च 2019 में, मोदी को उसके खिलाफ सीबीआई और ईडी के आरोपों के आधार पर प्रत्यर्पण वारंट पर लंदन में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में बंद है। बेल्जियम की संघीय पुलिस सेवा ने भारतीय एजेंसियों के प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर 12 अप्रैल को चोकसी को गिरफ्तार किया था। हालांकि, पीएनबी घोटाले से संबंधित विभिन्न घटनाक्रम चल रहे हैं, लेकिन इनका ब्रैडी हाउस पर कोई असर नहीं पड़ा है, जिसे एक पॉश कैफे में तब्दील कर दिया गया है।