भारत ने गाजा के हालात पर जताई चिंता, इजरायली बमबारी में 400 से अधिक की हुई थी मौत
- बयान में कहा गया कि हम गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की आपूर्ति जारी रखने का भी आह्वान करते हैं। गाजा की स्थिति पर चिंता जताते हुए भारत ने कहा कि सभी बंधकों की रिहाई जरूरी है।

भारत ने बुधवार को कहा कि वह गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित है और उसने संघर्ष प्रभावित फिलिस्तीनी क्षेत्र के लोगों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने का आह्वान किया। भारत की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इजरायल ने मंगलवार को गाजा में हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए हैं, जिससे जनवरी में हमास के साथ हुए युद्धविराम पर अनिश्चितता पैदा हो गई है। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल की बमबारी में 400 से अधिक लोग मारे गए। विदेश मंत्रालय ने कहा, ''हम गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। यह महत्वपूर्ण है कि सभी बंधकों को रिहा किया जाए।'' बयान में कहा गया, ''हम गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की आपूर्ति जारी रखने का भी आह्वान करते हैं।'' गाजा की स्थिति पर चिंता जताते हुए भारत ने कहा कि सभी बंधकों की रिहाई जरूरी है।
अचानक इजरायल द्वारा किए गए इस हमले की वजह से जनवरी से लागू संघर्षविराम टूट गया तथा 17 महीने से जारी युद्ध के फिर से शुरू होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौते में बदलाव की इजरायली मांग को हमास द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद हमले का आदेश दिया। अधिकारियों ने कहा कि हमले का दायरा बढ़ने की संभावना है। अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास 'व्हाइट हाउस' ने कहा कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई है और उसने इजरायल के फैसले का समर्थन किया। इजरायली सेना ने लोगों को पूर्वी गाजा छोड़ने और मध्य की ओर बढ़ने का आदेश दिया, जिससे संकेत मिलते हैं कि इजरायल जल्द ही नए सिरे से जमीनी सैन्य अभियान शुरू कर सकता है।
इजरायल सरकार को मानवता से कोई मतलब नहीं: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गाजा में इजरायल के ताजा हमले को लेकर बुधवार को दावा किया कि निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या से पता चलता है कि इजरायली सरकार को मानवता से कोई मतलब नहीं है। इजरायल ने मंगलवार सुबह गाजा पट्टी क्षेत्र पर हवाई हमले किए, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 404 फलस्तीनी मारे गए। प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, ''इजरायली सरकार द्वारा 130 बच्चों सहित 400 से अधिक निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या किए जाने से पता चलता है कि उसके लिए मानवता का कोई मतलब नहीं है। उसके कदम अंतर्निहित कमजोरी और सच्चाई का सामना करने में असमर्थता को दर्शाते हैं।''