ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने शुरू किया ऑपरेशन सिंधु, इजरायल-ईरान युद्ध के चलते फैसला
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक बयान के अनुसार, ऑपरेशन सिंधु के तहत उत्तरी ईरान से लगभग 110 छात्रों को निकाला गया है। इन छात्रों को अर्मेनिया जाने के लिए कहा गया था, जहां से उन्हें नई दिल्ली वापस लाया जा रहा है।

Operation Sindhu: ईरान और इजरायल में 'जंग' के बीच भारत ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के उद्देश्य से 'ऑपरेशन सिंधु' शुरू करने का फैसला लिया है। इससे पहले, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे और एयरबेस को भी तबाह कर दिया था।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक बयान के अनुसार, उत्तरी ईरान से लगभग 110 छात्रों को निकाला गया है। इन छात्रों को अर्मेनिया जाने के लिए कहा गया था, जहां से उन्हें नई दिल्ली वापस लाया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ''भारत ने ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया। भारत ने 17 जून को ईरान और अर्मेनिया में हमारे मिशनों की देखरेख में उत्तरी ईरान से 110 छात्रों को निकाला, जो अर्मेनिया में घुस गए थे। वे येरेवन से एक विशेष उड़ान से रवाना हुए और 19 जून 2025 की सुबह नई दिल्ली पहुंचेंगे।''
ईरान में 4,000 से ज्यादा भारतीय नागरिक रहते हैं, जिनमें से आधे छात्र हैं। ज्यादा छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं और मेडिकल और दूसरे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में नामांकित हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारतीय छात्रों की पहली उड़ान येरेवन के ज़्वार्टनॉट्स अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हो चुकी है और गुरुवार - 19 जून की सुबह भारत पहुंचने की उम्मीद है। यह पहली बार नहीं है जब भारत सरकार ने युद्ध क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विशेष निकासी अभियान शुरू किया है।
साल 2023 में, भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय शुरू किया, जिसका उद्देश्य हमास के साथ युद्ध के दौरान इजरायल में फंसे भारतीयों को वापस लाना था। इसी तरह का एक अभियान - ऑपरेशन गंगा - 2022 में यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए शुरू किया गया था। यह अभियान रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद शुरू किया गया था।