Sonam Raja Raghuvanshi murder case Meghalaya Indore Kamakhya temple human sacrifice Raj Kushwaha राजा रघुवंशी के परिवार ने लगाए थे नरबलि के आरोप, अब कामाख्या मंदिर प्रशासन ने दिया जवाब, India News in Hindi - Hindustan
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राजा रघुवंशी के परिवार ने लगाए थे नरबलि के आरोप, अब कामाख्या मंदिर प्रशासन ने दिया जवाब

Raja Raghuvanshi murder case: इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में नरबलि के आरोप पर कामाख्या मंदिर प्रशासन का बयान सामने आया है। प्रशासन की तरफ से कहा गया कि मंदिर में ऐसी कोई भी प्रथा नहीं है।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानThu, 12 June 2025 05:33 PM
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राजा रघुवंशी के परिवार ने लगाए थे नरबलि के आरोप, अब कामाख्या मंदिर प्रशासन ने दिया जवाब

इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड ने देश भर के लोगों को हिला कर रख दिया है। इस मामले में रोज कुछ न कुछ नया सामने आ रहा है। नर बलि के आरोपों पर अब कामाख्या देवी माता मंदिर प्रशासन का बयान सामने आया है। उन्होंने इस तरह के आरोपों पर कड़ी आपत्ति जताई है। दरअसल, हाल ही में मृतक राजा रघुवंशी के परिवार ने हत्याकांड में काले जादू या नरबलि की आशंका भी जताई थी। मृतक के परिजनों ने कहा था कि हो सकता है कि सोनम ने किसी और के साथ रहने के लिए असम में कामाख्या देवी मंदिर के दर्शन किए और फिर पति कि बलि चढ़ा दी।

नरबलि के आरोपों पर जवाब देते हुए मंदिर प्रशासन ने कहा कि राजा रघुवंशी का शव मेघालय में मिला था। मंदिर में ऐसा कोई भी काम नहीं किया जाता है। मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा, "हम इस तरह के बयानों की निंदा करते हैं। कामाख्या मंदिर में मानव बलि की कोई रस्म नहीं है। सदियों से कामाख्या मंदिर अपने वैदिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। यहां मानव बलि जैसा कोई भी काम नहीं किया जाता है। इस मामले के अलावा भी, जब भी कामाख्या मंदिर के आसपास कोई हत्या का मामला होता है तो मंदिर में मानव बलि का मुद्दा उठाया जाता है।"

हिमाद्रि ने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी इस तरह के बेबुनियाद आरोपों से ऐतिहासिक कामाख्या मंदिर की छवि को खराब न करे। इस तरह के आरोपों से यहाँ के लोगों की भावनाएं भी आहत हुई हैं। , हर साल देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु कामाख्या मंदिर आते हैं। इस तरह के आरोपों से मंदिर की छवि खराब होगी, जिसकी उम्मीद नहीं है। मेरी आसम सरकार के विनती है कि इसको लेकर सख्त नियम बनाए जाएं ताकि देश के प्रतिष्ठित शक्ति पीठों में से एक कामाख्या माता मंदिर पर ऐसे आरोप न लगाए जा सकें।”

गौरतलब है कि रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम की शादी 11 मई को हुयी थी और वे हनीमून ट्रिप पर गुवाहाटी और मेघालय गये थे। वे 20 मई को मेघालय पहुंचे और 23 मई को मेघालय के सोहरा के नोंग्रियाट गांव में एक होमस्टे से दोनों लापता हो गये, जिसके बाद पुलिस ने दो जून को चेरापूंजी में एक झरने के पास एक घाटी से रघुवंशी का शव बरामद किया, जबकि सोनम लापता रही। बाद में, नौ जून को इंदौर और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने सोनम को गाजीपुर में एक ढाबे से हिरासत में लिया। इसके अलावा, चार अन्य को भी गिरफ्तार कर लिया। मेघालय पुलिस ने सोनम सहित सभी पांच संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। उनका कहना है कि यह एक सुनियोजित हत्या है और सोनम ने ही इस हत्या को अंजाम देने के लिए राजा रघुवंशी को पूर्वोत्तर में बहला-फुसलाकर बुलाया था।