'मीरा बाई से शादी करना चाहता था उनका देवर', कानून मंत्री मेघवाल के बयान पर बवाल; मांगी माफी
- युवा शक्ति संयोजन के शक्ति सिंह, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास और बीजेपी नेता व पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के पोते अभिमन्यु सिंह राजवी ने बयान की निंदा की।

बीकानेर से सांसद और केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 16वीं सदी की संत-कवयित्री मीरा बाई पर दिए गए अपने बयान को लेकर माफी मांगी है। गुरुवार देर रात अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर माफी पोस्ट करते हुए मेघवाल ने कहा, “भारतीय भक्ति परंपरा में माता मीरा एक महान भक्त हैं जिन्होंने श्रीकृष्ण की भक्ति के माध्यम से पूरे देश में भक्ति का भाव फैलाया है।”
उन्होंने आगे लिखा, “मेरा जीवन माता मीरा के आदर्शों से प्रेरित रहा है। मैं अपने कार्यक्रमों में उनके भजनों का गायन करता हूं और उनका व्यक्तित्व भी मुझे प्रेरणा देता है। मैं उनके प्रति अपार भक्ति और श्रद्धा रखता हूं। मैं सपने में भी उनका अपमान करने के बारे में नहीं सोच सकता। लेकिन फिर भी अगर मेरी किसी बात से माता मीरा में श्रद्धा और आस्था रखने वाले लोगों को ठेस पहुंची है तो मैं दुख व्यक्त करता हूं और इसके लिए माफी मांगता हूं।”
बयान पर हुआ विवाद
यह माफी मेघवाल के 23 दिसंबर को सीकर में एक कार्यक्रम में दिए बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था, “मीरा के पति एक साल में मर गए और उनके देवर राणा ने मीरा से विवाह करने के लिए कहा। यहीं से झगड़ा शुरू होता है। जो उन्हें परेशान करता है, वह उनका देवर है… इतिहास में कई बातें अलग-अलग लिखी गई हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।”
इस बयान पर राजपूत समाज समेत कई वर्गों ने कड़ी आपत्ति जताई। युवा शक्ति संयोजन के शक्ति सिंह, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास और बीजेपी नेता व पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के पोते अभिमन्यु सिंह राजवी ने बयान की निंदा की।
राजवी ने की कड़ी प्रतिक्रिया
अभिमन्यु सिंह राजवी ने कहा, “क्षत्रिय समाज में भाभी और देवर के रिश्ते को मां-बेटे जैसा पवित्र और आदरणीय माना गया है। मेघवाल का यह बयान निंदनीय और अज्ञानता से भरा है। मैं स्वयं इस बयान से आहत और नाराज हूं। संतों और महापुरुषों के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी न हो, तो ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। अर्जुन राम जी जैसे गंभीर व्यक्ति से यह अपेक्षा नहीं थी।” उन्होंने आगे कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से उनसे और पार्टी नेतृत्व से इस बारे में बात करूंगा और समाज में व्याप्त आक्रोश की जानकारी दूंगा। हमारे लिए संतों, पूर्वजों और समाज की प्रतिष्ठा राजनीतिक लाभ और बंधनों से अधिक महत्वपूर्ण है।”
माफी के बाद प्रतिक्रिया
मेघवाल की माफी के बाद राजवी ने इसे स्वीकारते हुए कहा, “जैसा मैंने कहा, अर्जुन राम जी एक सभ्य व्यक्ति हैं, जिनसे ऐसे बयान की अपेक्षा नहीं थी। उन्होंने अपनी माफी से अपनी सभ्यता का परिचय दिया है। मैं समाज से आग्रह करता हूं कि क्षत्रिय धर्म के अनुसार इस माफी को स्वीकार करें।”