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मेरे ऊपर दीवार गिरी, लेकिन बीम ने बचा लिया; MBBS के छात्र ने बताया प्लेन क्रैश का खौफनाक मंजर

एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक भयावह दुर्घटना का शिकार हो गई। 242 यात्रियों को लेकर उड़ान भरने वाला 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर से टकरा गया।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानSat, 14 June 2025 07:45 AM
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मेरे ऊपर दीवार गिरी, लेकिन बीम ने बचा लिया; MBBS के छात्र ने बताया प्लेन क्रैश का खौफनाक मंजर

Air India Plane Crash: गुरुवार दोपहर को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक भयावह दुर्घटना का शिकार हो गई। 242 यात्रियों को लेकर उड़ान भरने वाला 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर से टकरा गया। इस दुर्घटना में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई, जबकि कॉलेज परिसर में भी कई लोगों की जान गई।

प्रत्यक्षदर्शियों और बचे हुए छात्रों के अनुसार, विमान का टेल (पूंछ का हिस्सा) सबसे पहले हॉस्टल के मेस से टकराया। इससे छत और दीवारों का बड़ा हिस्सा गिर गया। विमान का बीच का हिस्सा, पंख और फ्लैप दुर्घटना में टूट गए। विमान का एक हिस्सा हॉस्टल की एक आवासीय इमारत की चौथी मंजिल से टकराया और उसके बाद भयंकर आग भड़क उठी।

एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र किशन वलकी ने बताया कि लंच के तुरंत बाद जब वह सीढ़ियों से नीचे आ रहे थे तभी जोरदार धमाका हुआ। उन्होंने कहा, “दीवार मुझ पर गिरी, लेकिन एक बीम ने मुझे बचा लिया। हमारे कई दोस्त मलबे में दब गए।” वलकी के मित्र राकेश दिहोरा लंच के दौरान उनके साथ ही बैठे थे। उन्होंने मलबे में दबकर दम तोड़ दिया। दोनों भावनगर से थे।

कई डॉक्टर, कर्मचारी और छात्र हताहत

कॉलेज की डीन डॉ. मीनाक्षी पारिख ने बताया कि अब तक चार डॉक्टर, दो परिजन और मेस के छह से सात कर्मचारी लापता बताए गए हैं।

एक परिवार की दर्दनाक कहानी

सरलाबेन ठाकुर मेस में रसोई का काम करती थीं। अपनी पोती आराध्या के साथ अंदर थीं। उनके पति प्रह्लाद ठाकुर खाना देने बाहर गए थे। वह इसीलिए बच गए। उन्होंने कहा, “जब हम दोबारा अंदर गए, तब तक फायर कर्मियों ने शव निकाल लिए थे। मुझे अब भी मेरी पोती और पत्नी की तलाश है।”

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के अधिकारियों ने कहा कि घायलों को मुख्य रूप से छत और दीवारों के मलबे से चोटें आईं। उन्होंने कहा, “विमान के हिस्से अलग-अलग स्थानों पर गिरे। किसी ने शायद पूरी घटना देखी ही नहीं, क्योंकि आग और धुआं तुरंत फैल गया।”

एक और चश्मदीद की आपबीती

हरष चोटालिया मामूली रूप से घायल हुए। उन्होंने बताया, “पहले जोरदार धमाका हुआ, फिर दूसरा ब्लास्ट और चारों तरफ काला धुआं और आग थी। पांच मिनट तक कुछ दिखाई नहीं दिया। ईंधन की गंध से पूरा माहौल जहरीला हो गया।”

शुक्रवार को भी विमान के टुकड़े पूरे परिसर में फैले थे। विमान की पूंछ मेस की छत में फंसी हुई थी और एक टायर दीवार में धंसा हुआ मिला। गुजरात पुलिस और एयर इंडिया के अधिकारी मलबे और यात्रियों के सामान की सुरक्षा में तैनात थे। अहमदाबाद नगर निगम (AMC) की टीमों ने आसपास की सड़कों की सफाई शुरू कर दी, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक विशेषज्ञ हर हिस्से की जांच नहीं कर लेते, तब तक कोई भी मलबा नहीं हटाया जाएगा।

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