टेक ऑफ के बाद दिल्ली लौटा रांची जा रहा एयर इंडिया का विमान, क्या वजह?
दिल्ली से रांची जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट को सोमवार को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद वापस राष्ट्रीय राजधानी की ओर मोड़ दिया गया। विमान को दिल्ली में सुरक्षित लैंड करा लिया गया।

दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से रांची के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान ने कुछ दूरी के बाद वापसी कर ली। यह विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर वापस उतार लिया गया। यहां पूरी तरह से इसकी जांच की गई जिसके बाद एक बार फिर विमान ने रांची के लिए उड़ान भरी। एयर इंडिया एक्सप्रेस का कहना है कि तकनीकी खराबी का संदेह होने के चलते यह विमान लौटा था। लेकिन पूरी जांच होने के बाद अनुमति लेकर विमान ने रांची के लिए उड़ान भर ली।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से विमान संख्या एआई -9695 को दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 से शाम 4.25 बजे उड़ान भरनी थी। इस विमान को शाम 6.20 बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचना था। लेकिन उड़ान भरने के कुछ समय बाद विमान के क्रू को कुछ तकनीकी खराबी का संदेह हुआ। उन्होंने इसकी जानकारी एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को देकर वापस लौटने की अनुमति मांगी।
एटीसी से अनुमति मिलने के बाद यह विमान वापस दिल्ली एयरपोर्ट लौट आया। यहां पर विमान की गहन जांच की गई और इसके बाद उसे उड़ान की अनुमति दी गई। दिल्ली एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस के इस विमान ने शाम 7.42 बजे उड़ान भरी। वहीं रांची एयरपोर्ट पर यह विमान लगभग रात 9.30 बजे पहुंचा।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की तरफ से इस घटना को लेकर बयान जारी किया गया है। उनका कहना है कि विमान के क्रू को तकनीकी खराबी का संदेह हुआ था। इसलिए सावधानी बरतते हुए विमान वापस लौट आया। लेकिन जांच के दौरान इसमें किसी प्रकार की खामी नहीं मिली और इसने दोबारा रांची के लिए उड़ान भरी। इस देरी के लिए एयरलाइंस ने यात्रियों से खेद जताया है।
यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है जब अहमदाबाद में विमान हादसे पर माहौल गर्म है। केंद्र सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति ने अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के लिए जिम्मेदार विभिन्न संभावित कारणों पर सोमवार को विचार-विमर्श किया।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली समिति ने हादसे के संभावित कारणों के बारे में विभिन्न हितधारकों की राय सुनी और भविष्य में ऐसी दुर्घटना को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर विमर्श किया।
दिल्ली में समिति की पहली बैठक में शामिल हुए लोगों का जोर विमान दुर्घटना के संभावित कारणों का विश्लेषण करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने पर था। बैठक में शामिल होने वालों में नागर विमानन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, भारतीय वायुसेना, खुफिया ब्यूरो, गुजरात सरकार, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के प्रतिनिधि शामिल थे।