Covid19 is now like a seasonal virus, there is no emergency at the moment, CM Rekha Gupta जिस तरह सर्दी-खांसी होती है, उसी तरह कोविड-19 भी मौसमी वायरस; दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता, Ncr Hindi News - Hindustan
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जिस तरह सर्दी-खांसी होती है, उसी तरह कोविड-19 भी मौसमी वायरस; दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता

हालांकि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की तरफ से राहत भरा बयान सामने आया है। उन्होंने मंगलवार को आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और उन्होंने वायरस की तुलना मौसमी फ्लू से की।

Ratan Gupta पीटीआई, नई दिल्लीTue, 27 May 2025 05:59 PM
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जिस तरह सर्दी-खांसी होती है, उसी तरह कोविड-19 भी मौसमी वायरस; दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता

राजधानी दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में कोविड की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है। हालांकि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की तरफ से राहत भरा बयान सामने आया है। उन्होंने मंगलवार को आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और उन्होंने वायरस की तुलना मौसमी फ्लू से की।

रेखा गुप्ता ने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से जुड़े लोगों से बात करते हुए कहा, "फिलहाल कोविड कोई आपातकालीन या चिंताजनक स्थिति नहीं है।" इसे अब वायरल संक्रमण जैसा बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, जिस तरह सर्दी-खांसी होती है, उसी तरह कोविड-19 भी मौसमी वायरस की तरह है। सीएम रेखा ने लोगों से डरने या चिंता न करने की बात करते हुए कहा, हमारे अस्पताल सतर्क हैं और स्थिति नियंत्रण में है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में अब तक कोविड के 104 एक्टिव मामले सामने आए हैं। पिछले सप्ताह, दिल्ली सरकार ने कोविड-19 पर एक एडवाइजरी जारी की थी। इसमें अस्पतालों से बेड, ऑक्सीजन, दवाओं और टीकों की उपलब्धता के लिए तैयार रहने को कहा गया था।

इन बढ़ते मामलों के बावजूद ज्यादा खतरा ना होने की बात सामने आ रही है, क्योंकि विशेषज्ञों के मुताबिक नए मरीजों में मिल रहा वैरिएंट जानलेवा नहीं है। एक्सपर्ट ने बताया कि मरीजों में जे एन.वन वैरिएंट मिल रहा है। इससे खासा डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि संक्रमित पाए जाने वाले ज्यादातर मरीजों का उपचार घरों में आइसोलेशन के जरिए हो रहा है।

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भारत में, सबसे आम स्वरूप जेएन.1 बना हुआ है। जांच किए गए नमूनों में इसके 53 प्रतिशत मामले शामिल हैं, इसके बाद बीए.2 (26 प्रतिशत) और अन्य ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) हैं। यद्यपि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रारंभिक जोखिम आकलन में एनबी.1.8.1 को वैश्विक स्तर पर कम सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम वाला माना गया है,