दिल्ली के वासुदेव घाट कश्मीरी गेट पर देनी होगी ₹50 एंट्री फीस, डीडीए ने बताई वजह
दिल्ली के वासुदेव घाट पर अब आम नागरिकों को 50 रुपये प्रवेश शुल्क देना होगा। 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को 25 रुपये प्रवेश शुल्क तय किया गया है।

डीडीए की तरफ से पिछले साल मार्च में शुरू किए गए वासुदेव घाट पर अब आम नागरिकों को 50 रुपये प्रवेश शुल्क देना होगा। आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास लगभग 40 एकड़ में फैले वासुदेव घाट पर टिकट काउंटर में जाकर लोगों को प्रवेश के लिए टिकट लेनी होगी। 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को 25 रुपये प्रवेश शुल्क तय किया गया है। मासिक तौर पर सामान्य नागरिकों के लिए 500 रुपये प्रवेश शुल्क तय किया है। 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को 250 रुपये मासिक शुल्क देना होगा। विदेशी पर्यटकों के लिए हर दिन 200 रुपये प्रवेश शुल्क निर्धारित किया गया है।
300 किलो की घंटी लगी
हालांकि, मंगलवार और रविवार को शाम 5 बजे से सात बजे के दौरान यमुना आरती के समय प्रवेश नि:शुल्क है। इस घाट को पिछले साल लोगों के लिए शुरू किया गया था। इस घाट में तीन प्रवेश द्वार हैं। यहां पर 150 कारों की पार्किंग की जगह है। नदी तक उतरने के लिए 25 सीढ़ियां हैं। इसके अतिरिक्त एक छतरी भी, जिस पर उत्तर प्रदेश से जलेसर से मंगवाई गई 300 किलो की धातु की घंटी भी लगी है। इसे बजाने पर एक अनोखी कंपन्न और ध्वनि उत्पन्न होती है।
आदेश पर लोगों ने आपत्ति जताई
डीडीए ने टिकट काउंटर के साथ आदेश चस्पा किया। इसे लेकर डीडीए के बागवानी विभाग के अधिकारी के हस्ताक्षर करते हुए आदेश टिकट काउंटर पर लगाया गया है। डीडीए के इस आदेश पर लोगों ने आपत्ति जताई है। इससे पहले द्वारका सेक्टर-16 डी के एक पार्क में भी प्रवेश शुल्क डीडीए ने लगाया था। तब भी लोगों ने इस डीडीए प्रशासन के इस फैसले पर सवाल उठाए थे।
पहले फ्री था प्रवेश
प्रवेश शुल्क को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है। वासुदेव घाट पर आए नितिन ने कहा कि मैं अकसर यहां पर पिछले साल मार्च में इसके उद्घाटन के बाद कई बार आया हूं। यहां पर सितंबर में भी आया था, तब यहां पर प्रवेश नि:शुल्क था। अब घाट पर प्रवेश शुल्क लगा दिया है। यह ठीक व्यवस्था नहीं है।
सुरक्षा के लिए लगाया गया प्रवेश शुल्क : डीडीए
डीडीए अधिकारियों के अनुसार, वासुदेव घाट में लोगों व पर्यटकों के लिए कई तरह की सुविधाएं प्रदान की गई हैं। वासुदेव घाट में कुछ समय पहले प्रवेश शुल्क लगाया गया है। यह बेहद ही सामान्य शुल्क है। इसका मकसद है कि वासुदेव घाट को असामाजिक तत्वों, नशेड़ियों से सुरक्षित रखा जाए। लोगों के लिए डेढ़ किलोमीटर लंबा सुंदर पैदल यात्री ट्रैक भी निर्मित किया गया है। यहां पर साइकिल ट्रैक की व्यवस्था भी कर रहे हैं।