Delhi Police to conduct SHO appointments exam for first time in history दिल्ली पुलिस पहली बार परीक्षा से करेगी SHO की नियुक्ति, 15 पदों के लिए 122 इंस्पेक्टरों ने किया अप्लाई, Ncr Hindi News - Hindustan
Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Delhi Police to conduct SHO appointments exam for first time in history

दिल्ली पुलिस पहली बार परीक्षा से करेगी SHO की नियुक्ति, 15 पदों के लिए 122 इंस्पेक्टरों ने किया अप्लाई

दिल्ली पुलिस पहली बार एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व कदम उठाते हुए एसएचओ की नियुक्ति के लिए योग्यता आधारित परीक्षा शुरू करने जा रही है। अब तक एसएचओ की नियुक्ति वरिष्ठता और अनुभव के आधार पर होती थी, लेकिन इस नई प्रणाली का उद्देश्य चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाना है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। एएनआईMon, 17 March 2025 10:16 AM
share Share
Follow Us on
दिल्ली पुलिस पहली बार परीक्षा से करेगी SHO की नियुक्ति, 15 पदों के लिए 122 इंस्पेक्टरों ने किया अप्लाई

दिल्ली पुलिस पहली बार एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व कदम उठाते हुए स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) की नियुक्ति के लिए योग्यता आधारित परीक्षा शुरू करने जा रही है। अब तक एसएचओ की नियुक्ति वरिष्ठता और अनुभव के आधार पर होती थी, लेकिन इस नई प्रणाली का उद्देश्य चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाना है।

इस पहल के रूप में दिल्ली पुलिस विशेष रूप से साइबर थानों के लिए एक परीक्षा आयोजित कर रही है, जो राजधानी में डिजिटल अपराधों से निपटने में सबसे आगे रहे हैं। कुल 122 पुलिस इंस्पेक्टरों ने सिर्फ 15 उपलब्ध साइबर एसएचओ पदों के लिए आवेदन किया है, जिससे यह एक बेहद प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया बन गई है। यह परीक्षा 18 मार्च को वजीराबाद में दिल्ली पुलिस एकेडमी में होने वाली है।

साइबर खतरों के बढ़ने के साथ दिल्ली पुलिस डिजिटल क्राइम के खिलाफ अपनी लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए सर्वश्रेष्ठ अफसरोंं की तलाश कर रही है। इस परीक्षा के माध्यम से चुने गए अफसरों को साइबर क्राइम जांच, डिजिटल फोरेंसिक और साइबर सुरक्षा प्रवर्तन का प्रबंधन सौंपा जाएगा।

पश्चिमी दिल्ली के एक इंस्पेक्टर ने कहा, "प्रतियोगिता कठिन है - केवल 15 ही सफल होंगे।" उन्होंने कहा, “रोजाना पुलिस ड्यूटी और परीक्षा की तैयारी के बीच संतुलन बनाना थका देने वाला है, लेकिन हम इस भूमिका के महत्व को जानते हैं।”

इस परीक्षा में उम्मीदवारों को व्यापक सिलेबस पर परखा जाएगा, जिसमें महत्वपूर्ण कानून और पुलिसिंग अधिनियम शामिल हैं, जिनमें - भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), भारतीय साक्ष्य एक्ट (बीएसए), साइबर अपराध और आईटी कौशल, एनडीपीएस एक्ट, पॉक्सो एक्ट, जेजे एक्ट, आर्म्स एक्ट, दिल्ली पुलिस एक्ट, दिल्ली आबकारी एक्ट, कंपनी एक्ट, आदि शामिल हैं। 

मल्टिपल चॉइस और डिस्क्रिप्टिव प्रश्नों का संयोजन उम्मीदवारों को कानूनी ज्ञान, जांच कौशल और निर्णय लेने की चुनौती देगा। इस कदम को दिल्ली पुलिस के लिए एक गेम-चेंजर के रूप में देखा जा रहा है। सीनियर अफसरों का मानना ​​है कि योग्यता आधारित यह प्रणाली सुनिश्चित करेगी कि केवल सबसे योग्य अधिकारियों को ही नेतृत्व की भूमिका दी जाए।

नाम न बताने की शर्त पर एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "इस कदम से इन्वेस्टिगेशन स्किल में सुधार के साथ पुलिसिंग के मानकों में भी सुधार होगा।" उन्होंने कहा, “यह एसएचओ की नियुक्ति का एक पारदर्शी, निष्पक्ष और प्रतिस्पर्धी तरीका है - जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा थी।”

परीक्षा की डेट तेजी से पास आ रही है, ऐसे में दिल्लीभर के पुलिस थानों में उत्सुकता और आखिरी समय में होने वाले बदलावों की भरमार है। इंस्पेक्टर रात-रात भर जागकर चाय की चुस्की ले रहे हैं और सहकर्मियों के साथ रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।

रोहिणी के एक इंस्पेक्टर ने कहा कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है - अब सब कुछ भगवान के हाथ में है।

बता दें कि, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सरकार भविष्य में सभी पुलिस थानों में एसएचओ की नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित करने पर विचार कर रही है। दिल्ली पुलिस इस ऐतिहासिक बदलाव की ओर बढ़ रही है, ऐसे में सभी की निगाहें 18 मार्च पर टिकी हैं। क्या यह परीक्षा भविष्य में एसएचओ की नियुक्तियों के लिए एक नया मानक स्थापित करेगी? यह तो समय ही बताएगा।