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मुस्तफाबाद हादसे से सबक,दिल्ली पुलिस निर्माणाधीन इमारतों पर ड्रोन से रखेगी नजर, AI का भी करेगी इस्तेमाल

  • एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे समय-समय पर संवेदनशील इलाकों की अतिरिक्त निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं,लेकिन अब वे यह देखने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे कि कहीं कोई अपनी रिहायशी या व्यावसायिक इमारत को तय सीमा से ज्यादा तो नहीं बना रहा है।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, दिल्ली, पीटीआईTue, 22 April 2025 04:21 PM
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मुस्तफाबाद हादसे से सबक,दिल्ली पुलिस निर्माणाधीन इमारतों पर ड्रोन से रखेगी नजर, AI का भी करेगी इस्तेमाल

दिल्ली पुलिस अब निर्माणाधीन इमारतों पर ड्रोन से निगरानी रखेगी। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद पहुंचाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके इमारतों का ढांचागत मॉडल तैयार करेगी। अधिकारियों के अनुसार,एआई-आधारित यह सिस्टम न केवल इमारतों की कमजोरियों पर बारीकी से नजर रखेगा,बल्कि आपात स्थितियों में तेजी से प्रतिक्रिया करने में भी मदद करेगा,जिससे संभावित रूप से लोगों की जान बचाई जा सकेगी और आपदाओं को रोका जा सकेगा।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे समय-समय पर संवेदनशील इलाकों की अतिरिक्त निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं,लेकिन अब वे यह देखने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे कि कहीं कोई अपनी रिहायशी या व्यावसायिक इमारत को तय सीमा से ज्यादा तो नहीं बना रहा है। पुलिस अधिकारी ने कहा,"ड्रोन से मिले फुटेज का इस्तेमाल करके विशेषज्ञ एक एआई-आधारित ढांचा बनाएंगे,जो संभावित दुर्घटनाओं,इलाके का स्पष्ट नक्शा और किसी भी विपरीत परिस्थिति में मदद कैसे पहुंचाई जाए,इसकी जानकारी देगा।"

शनिवार तड़के मुस्तपाबाद में दो दशक पुरानी चार मंजिला इमारत गिर गई थी,जिससे तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 11 लोग घायल भी हुए। इमारत के भूतल पर चार दुकानें थीं। उन्होंने कहा,"इमारत गिरने का कारण शुक्रवार को दो दुकानों के बीच एक खंभे को तीसरी दुकान के लिए ज्यादा जगह बनाने के लिए गिराना पाया गया। यह खंभा 20 साल पुरानी इमारत को सहारा देने में बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ। उन्होंने आगे कहा कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे निवासियों ने महसूस किया कि इमारत थोड़ी हिल रही है,लेकिन उन्होंने इसे मामूली भूकंप समझकर ध्यान नहीं दिया।

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि यही एआई-आधारित डेटा उन विभिन्न एजेंसियों के साथ भी साझा किया जाएगा जो इमारत गिरने की घटना की जांच कर रही हैं और यह डेटा अन्य एजेंसियों को आवश्यक कार्रवाई करने में मददगार होगा। अधिकारी ने कहा,"इस तरह की एआई-आधारित रिपोर्टें अन्य एजेंसियों के लिए समय पर आवश्यक कार्रवाई करने और किसी भी स्थिति में मानव जीवन बचाने के लिए बहुत मददगार हैं। हम विभिन्न जिलों के सभी अधिकारियों को अपने-अपने पुलिस स्टेशनों के तहत अपने क्षेत्र का उचित रिकॉर्ड बनाए रखने का निर्देश देंगे।"

11 अप्रैल को,चंदर विहार इलाके में धूल भरी आंधी के बाद एक इमारत की छत से निर्माण सामग्री गिरने से 67 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना शाम करीब 6:30 बजे हुई जब पांच मंजिला इमारत की छत से निर्माण सामग्री,जहां कथित तौर पर एक व्यक्ति छठी मंजिल बना रहा था, पास की सड़क पर गिर गई,जिससे चंदर पाल की मौत हो गई।इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ था,जिसमें दिखाया गया था कि सड़क पार करते समय कई ईंटें गिरने से व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था।